यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा सिलेबस विज्ञान (UP LT Grade Teacher Exam Syllabus Sciences in Hindi) - उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी (पुरुष एवं महिला शाखा) परीक्षा 2025 के लिए विस्तृत नोटिफिकेशन में परीक्षा की योजना और विषयवार सिलेबस जारी किया है। यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा दो चरणों (प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा) में आयोजित की जाएगी। यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2025 की योजना और विज्ञान के विस्तृत सिलेबस को जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
लेटेस्ट: उत्तर प्रदेश एलटी शिक्षक ग्रेड (यूपीपीएससी) की ओर से एलटी ग्रेड टीचर भर्ती 2025 के लिए एग्जाम डेट की घोषित कर दी गई है। कुल 6 विषयों के लिए परीक्षा 6, 7 एवं 21 दिसंबर 2025 को आयोजित की जाएगी। प्रत्येक दिन परीक्षा का आयोजन दो शिफ्ट में करवाया जायेगा। अन्य 9 विषयों के लिए एग्जाम शेड्यूल बाद में घोषित किया जायेगा।
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक एग्जाम डेट की अधिसूचना देखें:
यूपी एलटी ग्रेड टीचर आवेदन पत्र के साथ ही आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा सिलेबस, परीक्षा पैटर्न, अंकन योजना और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती अधिसूचना में दी है।
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2025 आवेदन पत्र
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा सिलेबस में मुख्य रूप से दो चरण प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा शामिल हैं। सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी के लिए यूपी एलटी ग्रेड सिलेबस 2025, परीक्षा पैटर्न और लेटेस्ट अपडेट जानने के लिए, इस लेख को विस्तार से पढ़ें।
मुख्य बिंदु | विवरण |
परीक्षा का नाम | उत्तर प्रदेश लाइसेंसधारी ग्रेड शिक्षक/ यूपी एलटी शिक्षक ग्रेड (Uttar Pradesh Licentiate Teacher Grade) |
रिक्तियों की संख्या | 7466 (पुरुष - 4860, महिला - 2525, बैकलॉग - 81) |
परीक्षा संचालक | उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग |
आवेदन की तिथि | 28 जुलाई से 28 अगस्त 2025 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://uppsc.up.nic.in/ |
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यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रथम चरण में प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। इस पेपर में सामान्य अध्ययन के 30 प्रश्न और प्रत्येक वैकल्पिक मुख्य विषय से 120 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक के होंगे यानी कुल 300 अंकों का पेपर होगा। प्रश्न पत्र हल करने के लिए 2 घंटे की समयावधि होगी। प्रथम चरण की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी द्वितीय चरण की मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को अवश्य देख लेना चाहिए। आयोग द्वारा विस्तृत उत्तर प्रदेश लाइसेंसधारी शिक्षक अधिसूचना में एलटी ग्रेड शिक्षक सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का उल्लेख किया गया है। विस्तृत जानकारी के लिए लेख को विस्तार से पढ़ें।
मुख्य इवेंट्स | यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक तारीखें |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती अधिसूचना | 28 जुलाई 2025 |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक आवेदन 2025 | 28 जुलाई 2025 |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक आवेदन अंतिम तिथि | 28 अगस्त 2025 |
यूपी एलटी शिक्षक ग्रेड आवेदन सुधार अंतिम तिथि | 4 सितंबर 2025 |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा एडमिट कार्ड | सूचित किया जाएगा |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा 2025 | 6, 7 और 21 दिसंबर |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा परिणाम | सूचित किया जाएगा |
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उत्तर प्रदेश स्नातक स्तर शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस आधिकारिक अधिसूचना के साथ जारी किया गया है। यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक सिलेबस (UP LT grade teacher syllabus in hindi) में पेपर 1 सामान्य अध्ययन के लिए और पेपर 2 मुख्य विषय के लिए है। इस लेख में नीचे विज्ञान का विस्तृत सिलेबस प्रदान किया गया है।
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संगत पाठ्यक्रम के आधार पर वैकल्पिक मुख्य विषयों के प्रश्नपत्रों की रचना हेतु प्रश्नपत्रों के स्वरूप एवं अंकों का विभाजन निम्नवत् है।-
1- मुख्य परीक्षा के सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे तथा वे दो खण्डों में विभाजित रहेंगे। प्रश्नों की कुल संख्या
खण्डवार निम्नवत होंगेः-
खंड अ के अन्तर्गत 10 प्रश्न, लघु उत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 125) एवं प्रत्येक प्रश्न 08 अंक का होगा।
खंड ब के अन्तर्गत 10 प्रश्न, दीर्घ उत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 200) एवं प्रत्येक प्रश्न 12 अंक का होगा।
प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा हेतु विज्ञापन के में विषयवार मुद्रित पाठ्यक्रम उभयनिष्ठ रहेगा।
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सहायक अध्यापक, प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी (पुरुष/महिला) तथा दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के अन्तर्गत सहायक अध्यापक पद हेतु विषयवार पाठ्यक्रम विज्ञान
पाठ्यक्रम
विषय-विज्ञान
सामान्य भौतिकी (यांत्रिकी)
इकाइयाँ और विमा, सदिश एवं अदिश राशियाँ, गुणनफल (स्केलर और वैक्टर प्रोडक्ट्स), प्रवणता, डाइवरजैन्स और कर्ल, गौस, स्टोक प्रमेय और प्रयोग। गति, बल एवं त्वरण, गति के समीकरण, गतिज एवं स्थितिज ऊर्जा, रेखीय एवं कोणीय संवेग। ऊर्जा एवं संवेग संरक्षण, संरक्षी और असंरक्षी बल, घूर्णन गति, अपकेन्द्री तथा अभिकेन्द्री बल, गुरुत्वीय बल, केन्द्रीय बल, कैपलर के ग्रहीय गति के नियम, भूस्थिर उपग्रह, गुरुत्वीय त्वरण, पलायन वेग, सरल तथा यौगिक लोलक, जड़त्व आघूर्ण, समान्तर एवं लम्बवत अक्षीय प्रमेय, गोला, रिंग चक्रिका व बेलन के जड़त्व आघूर्ण, कोणीय संवेग व बल आघूर्ण। धारा रेखीय एवं विक्षोभ प्रवाह, कान्तिक वेग, स्टोक एवं पायजली के सूत्र, बरनौली प्रमेय और उपयोग।
पृष्ठ तनाव, द्रवों के वक्रतलों के अन्दर अतिरिक्त दाब, पृष्ठ ऊर्जा, केशिका में द्रव का प्रवाह । प्रत्यास्थताः प्रत्यास्थता गुणांक, उनमें आपसी संबध, बेन्डिग मोमेंट, कैन्टी लीवर। सापेक्षता का सिद्वान्त, लम्बाई, समय तथा द्रव्यमान में परिवर्तन, द्रव्यमान ऊर्जा तुल्यता।
उष्मा-
उष्मा एवं ताप की संकल्पना, विभिन्न ताप मापन पैमाने, परमताप, ठोस, गैस और द्रवों के उष्मीय प्रसार,
सुचालक और कुचालक, उष्मा का विकिरण, कृष्णिका विकिरण, रेलेजीन्स तथा वीन्स का नियम, प्लांक विकिरण फार्मूला, न्यूटन का शीतलन नियम, स्टीफन नियम, आन्तरिक ऊर्जा, समतापी और रूदोष्म परिवर्तन, उष्मा गतिकी का प्रथम व द्वितीय नियम, कार्नो इंजन, एन्ट्रापी, मैक्सवेल के उष्मा गतिकी संबंध, जूल थामसन प्रभाव, क्लासियस-क्लेपिरान समीकरण ।
तरंग एवं दोलन -
सरल आवर्त गति, प्रगामी, अप्रगामी तरंगे, कला व समूह वेग, अवमंदित आवर्तगति, प्रणोदित दोलन
तथा अनुनाद, अनुनाद तीव्रता, तरंगो का अध्यारोपण, विसपन्द तथा लिसाजूस आकृतियाँ, डाप्लर का प्रभाव।
प्रकाशिकी -
गोलीय दर्पण एवं लेन्स, अपवर्तनांक, फोकस दूरियों के सूत्र, समक्षीय निकाय, पतले लेंसो का संयोजन,
नेत्रिका, रेम्सडन और हाइजीन्स नेत्रिकायें, लैंसो के वर्ण दोष, मानव की ऑख, दूरदृष्टि, निकट दृष्टि, व्यतिकरण,
विवर्तन और ध्रूवण की मूल अवधारणायें, बाइप्रिज्म, न्यूटनरिंग, फेसनल-फानहापर विवर्तन, रैलेकाइटेरियन, विभेदन क्षमता, जोन प्लेट तथा ग्रेटिंगो के कार्य सिद्वान्त, द्विअपवर्तन, समतल वृत्तीय तथा दीर्घ वृत्तीय ध्रुवण, चतुर्थांश एवं अर्द्धतरंग पट्टिका, लेसर की सामान्य अवधारणा, रूबी तथा हीलियम नियोन लेसर।
विद्युत तथा चुम्बकत्वः-
प्राथमिक व द्वितीयक सेल, आन्तरिक प्रतिरोध, विद्युत वाहक बल, प्रतिरोध एवं धारित्रों के संयोजन के नियम, धारा, अनुगमन वेग तथा चालकता, गैल्वनोमीटर, अमीटर एवं वोल्टमीटर, व्हीट स्टोन ब्रिज और प्रयोग, बायो सेवर्ट नियम, एम्पियर का परिपथीय नियम, विद्युत चुम्बकीय प्रेरण, फैराडे और लेंज के नियम। स्वप्रेरण एवं
अन्योन्य प्रेरण, प्रत्यावर्ती धारा, श्रेणी तथा समान्तर (LCR) परिपथ, प्रति-अनु-लौह चुम्बकत्व की प्रारम्भिक जानकारी, विद्युत चुम्बकीय मैक्सवेल समीकरण, विस्थापन धारा, विद्युत चुम्बकीय तरंगे।
आधुनिक भौतिकीः-
परमाणु की सरंचना, परमाणु के वेक्टर तथा बोहर माडल, पाउली का अपवर्जन सिद्धान्त, प्रकाशी
और एक्सरे स्पैक्ट्रा, प्रकाश विद्युत प्रभाव, क्राम्पटन प्रभाव, जीमान, पाश्चेनबेक तथा रमन प्रभाव, डिब्राग्ली तरंग, अनिश्चतता का सिद्धान्त, श्रोडिंजर समीकरण, रेडियोधर्मिता, धातु, अर्द्धचालक और कुचालक, पी.एन. सन्धि, जीनर डायोड, ट्रांजिस्टर तथा इनके उपयोग। तार्किक द्वार, सत्य सारणी बूलियन बीजगणित।
सामान्य कार्बनिक रसायन- अतिसंयुग्मन, प्रेरणिक प्रभाव, अनुनाद एवं ऐरोमैटिकता तथा उनके अनुप्रयोग।
अभिकर्मकः-
इलेक्ट्रानस्नेही, नाभिकस्नेही अभिकर्मक तथा अभिक्रिया मध्यवर्ती (कार्बधानायन, कार्बऋणायन, मुक्त
मूलक, कार्बोन तथा बेन्जाईन)
अभिक्रियाओं की कियाविधिः-
SN1, SN2, E1 और E2 अभिक्रियायें।
ऐल्कीन तथा ऐल्काइन की इलेक्ट्रानस्नेही योगात्मक अभिक्रियाएं। ऐल्कीनों की मुक्तमूलक योगात्मक अभिक्रियायें।
कार्बोनिल यौगिकों की नाभिकस्नेही योगात्मक अभिक्रियायें। ऐरोमैटिक इलेक्ट्रानस्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रियायें-
आर्थो/मेटा/पैरा निर्देशक समूह तथा उनका संक्रियण तथा निष्क्रियण प्रभाव।
एल्डोल, पर्किन, कैनिजारो, विटिंग, राइमर-टीमान, हॉफमान, नोवेनेगेल, माइकेल अभिक्रियायें एवं बेंज्वायन संघनन।
कार्बोहाइड्रेटः केवल ग्लूकोस एवं फ्रक्टोस, परिवर्ती ध्रुवण घूर्णन, ओसैजोन का निर्माण, उपचयन एवं अपचयन।
बहुलकः- प्राकृतिक (स्टार्च, सेल्युलोस, रबर तथा सिल्क) एवं संश्लेषित बहुलक (नॉयलान, टेरिलीन, पॉलिथीन,
पी0वी0सी0 और टेफ्लान)।
समावयवताः- सरंचनात्मक एवं त्रिविम समावयवता (एनैंशियोमेरिज्म, डायास्टीरियोमेरिज्म, R/S तथा E/Z नामकरण)
अवशोषण स्प्रेक्ट्रोस्कोपीः- पराबैंगनी स्प्रेक्ट्रोस्कोपी- कोमोफोर (वर्णमूलक), आक्सोकोम (वर्णवर्धक), वर्णोत्कर्षी तथा वर्णोपकर्षी प्रभाव।
λmax पर संयुग्मन तथा स्थायित्व का प्रभाव, वुडवर्ड-फीजर नियम से पॉलिईनों के λmax की गणना।
इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी - विभिन्न कियासमूहों की अवशोषण आवृत्ति तथा µmax विभिन्न कारकों का प्रभाव।
परमाणु की संरचनाः- बोहर मॉडल, क्वांटम संख्या तथा आधुनिक परमाणु सिद्वान्त।
तत्त्वों के आवर्ती गुण- परमाणु एवं आयनिक त्रिज्यायें, आयनन विभव, इलेक्ट्रान बन्धुता तथा विद्युत ऋणात्मकता। जालक ऊर्जा तथा जलयोजन उर्जा एवं इनका आयनिक यौगिकों के विलेयता से सम्बन्ध ।
रसायनिक आबन्धन - वैद्युत, सहसंयोजक, उपसहसंयोजक तथा हाइड्रोजन आबन्ध/अणुओं की आकृति ।
कोआर्डिनेशन रसायन - 3डी ब्लाक के तत्व, संकुल यौगिकों का नामकरण, लिगैण्ड, (एक दन्ती, द्विदन्ती, बहुदन्ती), वर्नर का सिद्वान्त तथा संयोजकता आबन्ध सिद्धान्त ।
जैव- सक्रिय संकुल यौगिक (हेमोग्लोबिन, मायोग्लोबिन, विटामिन बी-12, क्लोरोफिल)।
अपचयन तथा उपचयनः- आक्सीडेशन संख्या, रिडाक्स अभिक्रिया और अर्द्धसेल मानक विभव एवं अकार्बनिक रसायन में इसका अनुप्रयोग।
रेडियो सक्रियताः- प्राकृतिक रेडियो सक्रियता, रेडियोसकिय क्षय, α β , और y किरणों के गुण, अर्द्धआयु काल, नाभिकीय विखन्डन एवं नाभिकीय संलयन ।
रसायनिक वलगतिकी तथा उत्प्रेरणः- अणुसंख्यता, अभिक्रिया की कोटि, शून्य, प्रथम तथा द्वितीय कोटि की
अभिकियाओं का उदाहरण । उत्प्रेरकी एवं एन्जाइमी अभिक्रियाओं के उदाहरण।
उष्मागतिकीः- उष्मागतिकी के प्रथम एवं द्वितीय नियम, निकाय की एनथैल्पी तथा स्थिर आयतन और दाब पर
धारिता। Cp और Cv में संबन्ध। विस्तीर्ण और गहन गुण।
रसायनिक साम्यावस्थाः- द्रव्य अनुपाती क्रिया का नियम, लीसातले का सिद्धान्त एवं इसका अनुप्रयोग,
वियोजन-मात्रा, Kp और Kc में सम्बन्ध, सक्रियता एवं सक्रियता गुणांक।
आयनिक साम्यावस्थाः- दुर्बल अम्ल एवं क्षारक का वियोजन ( Ka और Kb), दुर्बल अम्ल और दुर्बल क्षारक, दुर्बल अम्ल एवं प्रबल क्षारक तथा प्रबल अम्ल और दुर्बल क्षारक से प्राप्त लवणों का जल अपघटन। विलेयता और विलेयता गुणफलन। जल का अपघटन स्थिरांक (Kw) , बफर विलयन और उसका pH.
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