यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा सिलेबस सामाजिक विज्ञान (UP LT Grade Teacher Exam Syllabus Social Sciences in Hindi) - उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी (पुरुष एवं महिला शाखा) परीक्षा 2025 के लिए आवेदन और विस्तृत नोटिफिकेशन जारी किया है जिसमें परीक्षा की योजना और विषयवार सिलेबस भी जारी किया गया है। परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी। प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा। यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2025 की योजना और सामाजिक विज्ञान के विस्तृत सिलेबस को जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रथम चरण में प्रारंभिक परीक्षा होगी। इसमें वस्तुनिष्ठ 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। इस पेपर में सामान्य अध्ययन के 30 प्रश्न और प्रत्येक वैकल्पिक मुख्य विषय से 120 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक के होंगे यानी कुल 300 अंकों का पेपर होगा। प्रश्न पत्र हल करने के लिए 2 घंटे की समयावधि होगी। प्रथम चरण की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी द्वितीय चरण की मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
यूपीपीएससी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए 28 जुलाई 2025 को आवेदन जारी कर दिया। उम्मीदवार ऑनलाइन आवेदन और परीक्षा शुल्क 28 अगस्त तक जमा कर सकते हैं। संभावना है कि यूपी लाइसेंटिएट शिक्षक ग्रेड परीक्षा का आयोजन नवंबर 2025 में होगा। यूपी एलटी ग्रेड टीचर आवेदन पत्र के साथ ही आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा सिलेबस, परीक्षा पैटर्न, अंकन योजना और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती अधिसूचना में दी है
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा सिलेबस में मुख्य रूप से दो चरण प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा शामिल हैं। सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी के लिए यूपी एलटी ग्रेड सिलेबस 2025, परीक्षा पैटर्न और लेटेस्ट अपडेट जानने के लिए, इस लेख को विस्तार से पढ़ें।
मुख्य बिंदु | विवरण |
परीक्षा का नाम | उत्तर प्रदेश लाइसेंसधारी ग्रेड शिक्षक/ यूपी एलटी शिक्षक ग्रेड (Uttar Pradesh Licentiate Teacher Grade) |
रिक्तियों की संख्या | 7466 (पुरुष - 4860, महिला - 2525, बैकलॉग - 81) |
परीक्षा संचालक | उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग |
आवेदन की तिथि | 28 जुलाई से 28 अगस्त 2025 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://uppsc.up.nic.in/ |
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यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा पैटर्न औरj सिलेबस को अवश्य देख लेना चाहिए। आयोग द्वारा विस्तृत उत्तर प्रदेश लाइसेंसधारी शिक्षक अधिसूचना में एलटी ग्रेड शिक्षक सिलेबस और परीक्षा पैटर्न का उल्लेख किया गया है। इस साल जारी यूपी एलटी ग्रेड परीक्षा पैटर्न के अनुसार, लिखित परीक्षा प्रारंभिक और मुख्य दो चरणों में आयोजित होगी। विस्तृत जानकारी के लिए लेख को विस्तार से पढ़ें।
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती विस्तृत अधिसूचना
मुख्य इवेंट्स | यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक तारीखें |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती अधिसूचना | 28 जुलाई 2025 |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक आवेदन 2025 | 28 जुलाई 2025 |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक आवेदन अंतिम तिथि | 28 अगस्त 2025 |
यूपी एलटी शिक्षक ग्रेड आवेदन सुधार अंतिम तिथि | 4 सितंबर 2025 |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा एडमिट कार्ड | सूचित किया जाएगा |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा 2025 | सूचित किया जाएगा |
यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक परीक्षा परिणाम | सूचित किया जाएगा |
उत्तर प्रदेश स्नातक स्तर शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस आधिकारिक अधिसूचना के साथ जारी किया जाता है। यूपी एलटी ग्रेड सिलेबस (UP LT grade teacher syllabus in hindi) में पेपर 1 सामान्य अध्ययन के लिए और पेपर 2 मुख्य विषय के लिए है। सहायक अध्यापक, सामाजिक विज्ञान (पुरूष/महिला शाखा) पद हेतु मुख्य विषय में 4 (चार) खण्ड होंगे, जिसमें भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र तथा नागरिक शास्त्र विषय सम्मिलित होंगे एवं प्रत्येक खण्ड में 60 प्रश्न होंगे। अभ्यर्थियों को उक्त चार खण्डों में से किन्हीं 02 खण्डों का चयन करके उत्तर देना होगा। इस लेख में नीचे सामाजिक विज्ञान का विस्तृत सिलेबस प्रदान किया गया है।
संगत पाठ्यक्रम के आधार पर वैकल्पिक मुख्य विषयों के प्रश्नपत्रों की रचना हेतु प्रश्नपत्रों के स्वरूप एवं अंकों का विभाजन निम्नवत् है।-
1- मुख्य परीक्षा के सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे तथा वे दो खण्डों में विभाजित रहेंगे। प्रश्नों की कुल संख्या
खण्डवार निम्नवत होंगेः-
खंड अ के अन्तर्गत 10 प्रश्न, लघु उत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 125) एवं प्रत्येक प्रश्न 08 अंक का होगा।
खंड ब के अन्तर्गत 10 प्रश्न, दीर्घ उत्तरीय (उत्तरों की शब्द सीमा 200) एवं प्रत्येक प्रश्न 12 अंक का होगा।
प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा हेतु विज्ञापन के में विषयवार मुद्रित पाठ्यक्रम उभयनिष्ठ रहेगा।
सहायक अध्यापक, प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी (पुरुष/महिला) तथा दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के अन्तर्गत सहायक अध्यापक पद हेतु विषयवार पाठ्यक्रम सामाजिक विज्ञान
1- भूगोल- अर्थ एवं विषय क्षेत्र।
2- भौतिक भूगोल- सौर मण्डल परिचय, पृथ्वी की उत्पत्ति-कांट, लाप्लास जेम्स एवं जीन्स का सिद्वान्त, पृथ्वी का
परिभ्रमण, चक्रमण एवं झुकाव और उनका प्रभाव, सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण, अक्षांश एवं देशान्तर, भौगोलिक संदर्भ प्रणाली एवं ज्योग्रफिक पोजीशनिंग सिस्टम, प्रधान मध्यान्ह रेखा, अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा और समय।
3- स्थल मण्डल - पृथ्वी की आंतरिक संरचना- सियाल, सीमा एवं नीफे, चट्टानों के प्रकार और उनकी विशेषताएं, ज्वालामुखी किया, ज्वालामुखी और उनका विश्व वितरण, भूकम्प उत्पत्ति एवं विवरण, महाद्वीपों एवं महासागरों का वितरण - चतुष्फलक सिद्वान्त (लोथियन ग्रीन) और महाद्वीपीय विस्थापन का सिद्वान्त (अल्फ्रेड वेगनर), पर्वतों का वर्गीकरण और पर्वत निर्माण कोबर का सिद्वान्त और प्लेट टेक्टानिक, पठार-विशेषताएं एवं वर्गीकरण, मैदान- उत्पत्ति एवं वर्गीकरण, अपक्षय और अपरदन, डेविस की अपरदन चक की संकल्पना एवं नवोन्मेष, नदी वायु एवं हिमनद के कार्य और उत्पन्न स्थलाकृतियाँ।
4- वायुमण्डल - वायुमण्डल का संघटन एवं संरचना, सूर्यताप और उसके वितरण को प्रभावित करने वाले कारक, तापमान का क्षैतिज एवं उर्ध्वाधर वितरण, वायुदाव, वायुदाव पेटियाँ और ग्रहीय पवनें, मानसून-वितरण एवं उत्पत्ति, वर्षण के स्वरूप और वर्षा के प्रकार, विश्व के जलवायविक प्रदेश थार्नथ्वेट और ट्रिवार्था ।
5- जलमण्डल - महासागरीय नितल का उच्चावच, महासागरीय जल का तापमान और लवणता, महासागरीय जल धारायें-उत्पत्ति एवं उनका प्रभाव, ज्वार भाटा-प्रकार और उनकी उत्पत्ति का न्यूटन और हेवेल का सिद्धांत।
6- जैवमण्डल- अर्थ एवं संकल्पना, परिस्थितिकी तंत्र की संकल्पना, परिस्थितिकी तंत्र के रूप में जैव मण्डल, जैव अनुकम - प्राथमिक एवं द्वितीयक, विश्व के प्रमुख जीवोम (बायोम) ।
7- मानव भूगोल- अर्थ एवं विषय क्षेत्र हंटिग्टन और ब्रूंश, मानव-पर्यावरण अंतर्सम्बंध- निश्चयवाद, सम्भववाद और
रूको एवं जाओ निश्चयवाद, जनसंख्या वृद्धि और विश्व वितरण, जनांकिकीय संक्रमण, मानव प्रजातियाँ-वितरण,
विशिष्ट लक्षण और काकेशायड एवं मंगोलायड प्रजाति का वितरण, बुशमैन, एस्कीमो, खिरगीज, गद्दी, थारू और गोण्ड का निवास्य क्षेत्र, आर्थिक गतिविधियाँ एवं समाज ।
8- मानव अधिवास– मानव अधिवास का अर्थ और उसके आधारभूत तत्व, अधिवास के प्रकार एवं प्रतिरूप, ग्रामीण एवं नगरीय अधिवास में अन्तर, भारत में नगरों का वर्ग-विभाजन, विकसित और विकासशील देशों में नगरीयकरण, विश्व के वृहद नगर (मेगासिटी)।
9- आर्थिक भूगोल - आर्थिक भूगोल का अर्थ और विषय क्षेत्र, प्राथमिक, द्वितीयक, तृतीयक एवं चतुर्थक उत्पादन, चावल, गेहूँ, गन्ना, चाय, कहवा और रबर का उत्पादन और विश्व वितरण, ऊर्जा एवं खनिज संसाधन-कोयला, पेट्रोलियम, लौह अयस्क, बाक्साइट और गैर-परम्परागत ऊर्जा संसाधन, उद्योगों के स्थानीयकरण के कारक लौह-इस्पात, सूती, वस्त्रोद्योग, अल्यूमिनियम और तेल शोधन, औद्योगिक प्रदेश का सीमांकन और संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के औद्योगिक प्रदेश, विश्व के प्रमुख व्यापार मार्ग एवं पत्तन।
10- भारत का भूगोल- स्थिति, विस्तार और अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं, हिन्द महासागर का आर्थिक और सामरिक महत्व, धरातलीय स्वरूप और अपवाह, वर्षा और इसका वितरण, वनस्पति, जलवायविक प्रदेश-कोपेन ट्रिवार्था एवं आर०एल० सिंह, वन संसाधन और निर्वनीकरण।
कृषि उत्पादन, प्रगति और समस्याएं, कृषि में हरित, नीली, श्वेत, पीली और गोल कांति, गेहूँ, चावल, गन्ना, चाय का उत्पादन और वितरण, कृषि प्रदेश- ओ० स्लाम्पा और बी०एल०सी० जान्सन, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन- लौह अयस्क, कोयला और पेट्रोलियम का उत्पादन, वितरण एवं उपयोग, ऊर्जा संकट और गैर-परम्परागत ऊर्जा के स्त्रोत, लौह -इस्पात, सूती वस्त्र और सीमेन्ट उद्योग की अवस्थिति एवं वितरण, पी०पी० करन द्वारा प्रस्तुत भारत-औद्योगिक प्रदेश, जनसंख्या-वृद्धि एवं वितरण, भारत की जनसंख्या नीति, नगरीकरण, रेल एवं सड़क परिवहन, विदेशी व्यापार, वृहद नगर (मेगा सिटी) और प्रमुख बन्दरगाह।
1- भारतीय प्रागैतिहासिक संस्कृतियों की प्रमुख विशेषताएं।
2- सिन्धु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताऐंः- (ए) नगर नियोजन हड़प्पा एवं मोहन जोदड़ो (बी) प्रस्तर मूर्तियों,
मृणमयी मूर्तियाँ एवं मुहर (बी) धर्म।
3- - पूर्व-वैदिक कालीन राजनीतिक अवस्था, समाज, अर्थव्यवस्था एवं धर्म। उत्तर वैदिक काल में परिवर्तन।
4- जैन धर्म, बौद्ध धर्म, वैष्णव धर्म, एवं शैव धर्म की प्रमुख विशेषताएं।
5- मौर्यकालः- (ए) मौर्यो की उत्पत्ति (बी) चन्द्रगुप्त मौर्य की उपलब्धियाँ, (सी) उसका शासन-प्रबन्ध तथा सार्वजनिक कार्य (डी) अशोक के अभिलेख (इ) अशोक का धम्म एवं धम्म प्रचार (एफ) उसके कल्याणकारी कार्य, (जी) अशोक का मूल्यांकन (एच) मौर्य साम्राज्य के पतन के कारण।
6- गुप्तवंश का राजनीतिक इतिहासः (ए) चन्द्रगुप्त-।, (बी) समुद्रगुप्त, (सी) चन्द्रगुप्त-।। , (डी) कुमारगुप्त-। तथा (इ) स्कन्दगुप्त, (एफ) हूण आकमण तथा उसका प्रभाव, (जी) गुप्त साम्राज्य के पतन के कारण।
7- चोल कालः-
(ए) राजराज प्रथम की उपलब्धियाँ,
(बी) राजेन्द्र चोल प्रथम की उपलब्धियाँ,
(सी) स्वायत्त स्थानीय शासन प्रणाली,
(डी) चोलकालीन कला एवं संस्कृति
8- विदेशी आक्रमणः-
(ए) अरबों का आकमण तथा उसका प्रभाव
(बी) गजनवी आक्रमण एवं उसका प्रभाव
(सी) मोहम्मद गोरी का आक्रमण तथा उसका प्रभाव ।
9- दिल्ली सल्तनत (राजनीतिक तथा प्रशासनिक इतिहास) कुतुबुद्दीन ऐबक, इल्तुतमिश, बलबन, अलाउद्दीन
खिलजी, मोहम्मद बिन तुगलक, फिरोजशाह तुगलक, तैमूर का आक्रमण, सैय्यद एवं लोदी वंश।
10 मुगल वंश – (राजनीतिक तथा प्रशासनिक इतिहास) बाबर, हुमायूँ, अकबर, जहांगीर, शाहजहों और औरंगजेब, मुगल साम्राज्य का पतन।
11. बहमनी साम्राज्य, विजयनगर साम्राज्य, मराठो का उदय एवं पतन, शिवाजी।
12. मध्यकालीन संस्कृति– धार्मिक नीति, सूफीवाद, भक्ति आन्दोलन, कला एवं स्थापत्य, साहित्य।
13. मध्यकालीन समाज एवं अर्थ-व्यवस्था कृषि, उद्योग, व्यापार।
14. ईस्ट इण्डिया कम्पनी का विस्तार।
15. आधुनिक भारत में कृषि, उद्योग-धन्धे, व्यापार।
16. आधुनिक शिक्षा का विस्तार तथा संवैधानिक विकास।
17. 1857 ई0 के विद्रोह के कारण, स्वरूप, परिणाम।
18. उन्नीसवीं शताब्दी में भारतीय पुनर्जागरण तथा सामाजिक-धार्मिक आन्दोलन।
19. राष्ट्रीय आन्दोलन असहयोग, सविनय अवज्ञा तथा भारत छोड़ो आन्दोलन।
20. राष्ट्रीय आन्दोलन में महात्मा गाँधी, तिलक, गोखले तथा सुभाष चन्द्र बोस का योगदान।
21. स्वतंत्रता की प्राप्ति किप्स मिशन से माउंटबेटन योजना तक।
22. स्वतंत्रता के बाद का भारत् (सन् 1950 ई0 तक)।
1- अर्थशास्त्र की प्रकृतिः- अर्थशास्त्र की परिभाषांए, चुनाव की समस्या, व्यष्टि एवं समष्टि विश्लेषण, स्थैतिक एवं
प्रवैगिक अध्ययन की विधियाँ, संतुलन का विचार।
2- उपभोक्ता व्यवहार एवं मांग विश्लेषणः- उपभोक्ता का संतुलन, मार्शल का दृष्टिकोण, अनधिमान वक्र विश्लेषण (कीमत, आय तथा प्रतिस्थापन प्रभाव), मांग का नियम, मांग व पूर्ति की लोच, प्रकार एवं माप, उपभोक्ता अतिरेक ।
3- उत्पादन एवं जनसंख्या के सिद्धान्तः- उत्पादक का संतुलन, उत्पादन के नियम परिवर्तनशील अनुपात का
नियम एवं पैमाना के प्रतिफल के नियम, लागत एवं आगम वक्रों का विश्लेषण, जनसंख्या के सिद्वान्त, माल्थस,
अनुकूलतम जनसंख्या एवं जनांककीय संक्रमण सिद्वान्त।
4- बाजार की प्रकृति एवं विभिन्न बाजारों में कीमत निर्धारणः- पूर्ण प्रतियोगिता, अपूर्ण एवं एकाधिकारिक
प्रतियोगिता, एकाधिकार।
5- वितरण के सिद्वान्तः- वितरण का सीमान्त उत्पादकता सिद्वान्त, पूर्ण व अपूर्ण प्रतियोगिता में मजदूरी दर का
निर्धारण, लगान के सिद्वान्त, प्रतिष्ठित एवं कीन्स का ब्याज सिद्वान्त, नाइट, जे०के० मेहता, शुम्पीटर के लाभ सिद्वान्त।
6- मुद्रा, बैंकिंग तथा मुद्रा स्फीति एवं मौद्रिक नीतिः मुद्रा का मूल्य निर्धारण- फिशर एवं कैम्ब्रिज दृष्टिकोण, केन्स
का बचत निवेश सिद्धान्त, केन्द्रीय बैंक के कार्य, व्यापारिक बैंको के कार्य, साख सृजन एवं नियंत्रण, मुद्रा पूर्ति की अवधारणा, मुद्रा-स्फीति की अवधारणाएं- प्रकार, नियंत्रण एवं नीति।
7- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार एवं नीतिः निरपेक्ष लाभ सिद्धान्त, तुलनात्मक लागत का सिद्धान्त, अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के
लाभ एवं शर्तें, स्वतंत्र व्यापार व संरक्षण, विनिमय दर निर्धारण के सिद्धान्त, भुगतान संतुलनः समस्या एवं निदान।
8- सार्वजनिक वित्त एवं राजकोषीय नीतिः- सार्वजनिक बनाम निजी वस्तुएं, सार्वजनिक व्यय का महत्व एवं
सिद्धान्त. कर की प्रकृति, प्रकार एवं करारोपण के सिद्धान्त, सार्वजनिक ऋण के प्रकार, उगाही एवं निर्मोचन।
9- आर्थिक विकासः- आर्थिक प्रणालियां, बाजार बनाम राज्य, आर्थिक विकास का माप तथा इस हेतु अन्तर्राष्ट्रीय
सूचकांकों का प्रयोग, आर्थिक विकास में बचत एवं पूंजी निर्माण का महत्व, आर्थिक विकास के सिद्वान्त रोस्टोव के आर्थिक समृद्धि के चरण, न्यूनतम क्रांतिक प्रयास, प्रबल प्रयास सिद्वान्त तथा असंतुलित विकास का सिद्धान्त, प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थाएंः- अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, विश्व व्यापार संगठन, ब्रिक्स देश आदि।
10- भारतीय अर्थव्यवस्था की चुनौतियांः भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएं, पंचवर्षीय योजनाओं की प्रगति एवं
समीक्षा, नीति आयोग एवं आर्थिक नीतियां, भारतीय कृषि में उत्पादकता वृद्धि के प्रयास एवं नीति, भारत में गरीबी, बेरोजगारी एवं कौशल विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य एव पोषण, भारत में जनसंख्या, लाभांश, नगरीकरण एवं प्रवजन, औद्योगिक विकास की नवीन प्रवृत्तियां एवं नीतियां, भारत में राजकोषीय नीति एवं बजट प्रबन्धन, केन्द्र-राज्य वित्तीय संबंध एवं संघीय सहकारिता, समावेशी विकास की चुनौतियां, भूमण्डलीकरण, आर्थिक विकास एवं वैश्विक व्यापार के विभिन्न आयाम ।
राजनीतिक सिद्धांतः
नागरिक शास्त्र, प्रकृति एवं क्षेत्र, परिभाषाः राज्य - परिभाषा, निर्माणक तत्व, राज्य की उत्पति- दैवीय सिद्धांत, संविदा सिद्धांत, विकासवादी सिद्धांत, मार्क्सवादी सिद्धांत, समानता, स्वतंत्रता एवं अधिकार, संप्रभुता एवं बहुलवाद, कानून एवं दंड के सिद्धांत, संविधान- परिभाषा एवं वर्गीकरण, सरकार-संसदात्मक और अध्यक्षात्मक, एकात्मक और संघात्मक, सरकार के अंगः व्यवस्थापिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका, प्रजातंत्र एवं अधिनायकतंत्र, व्यक्तिवाद, उदारवाद, वैज्ञानिक समाजवाद, फासीवाद
राजनीतिक विचारकः
प्लेटो, अरस्तू, हॉब्स, लॉक, रूसो
जर्मी बेन्थम, जॉन स्टुअर्ट मिल
कार्ल मार्क्स
मनु, कौटिल्य, गाँधी
भारतीय शासन और राजनीतिः
गोखले, तिलक, गाँधी, नेहरू, सुभाष और डाॅ. भीमराव अम्बेडकर का स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान, भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएं, मौलिक अधिकार एवं नीति-निर्देशक तत्व, संघीय व्यवस्थाः केन्द्र-राज्य सम्बन्ध, राष्ट्रपति, मंत्रिपरिषद, संसद, सर्वोच्च न्यायालय, न्यायिक पुनर्निरीक्षण, राज्य सरकार- राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानमंडल, भारतीय राजनीति में जातिवाद, क्षेत्रवाद एवं साम्प्रदायिकता, राजनीतिक दल एवं दबाव समूह, राष्ट्रीय एकीकरण की समस्या, निर्वाचन प्रणाली, चुनाव आयोग, चुनाव सुधार
भारतीय प्रशासन
नौकरशाही की भूमिका, जिला प्रशासन- जिलाधिकारी, लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण एवं पंचायती राज, लोकपाल एवं लोकायुक्त
भारतीय विदेश नीत्ति
विदेशनीति की प्रमुख विशेषताएं, भारत का पाकिस्तान, नेपाल व श्री लंका से सम्बन्ध
अन्य लेख:
पेपर 1 सिलेबस के अनुसार सामान्य अध्ययन के अंतर्गत निम्न टॉपिक शामिल हैं-
भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
भारतीय और विश्व भूगोल
भारतीय राजनीति और शासन
भारतीय अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएँ
भारतीय कृषि
सामान्य विज्ञान
पेपर 2 सिलेबस यानी मुख्य विषय के अनुसार विषय से संबंधित टॉपिक होते हैं। यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक के लिए मुख्य विषय निम्न हैं -
हिंदी
अंग्रेज़ी
मेथेमेटिक्स
साइंस
सामाजिक अध्ययन
कंप्यूटर
उर्दू
जीवविज्ञान
संस्कृत
कला
संगीत
व्यापार
शारीरिक शिक्षा
गृह विज्ञान
कृषि आदि
Others:18 February,2025 - 31 August,2025
Others:29 July,2025 - 09 September,2025
Application Date:01 August,2025 - 21 August,2025