सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (CG TET Syllabus 2025-26 in hindi)- छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा सिलेबस, पैटर्न
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सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (CG TET Syllabus 2025-26 in hindi)- छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा सिलेबस, पैटर्न

Rajan KumarUpdated on 25 Nov 2025, 11:55 AM IST

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (CG TET Syllabus 2025-26 in Hindi) –छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (CG Vyapam) द्वारा छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आधिकारिक रूप से सिलेबस जारी किया जाता है। CG TET उम्मीदवार सीजी व्यापम की आधिकारिक वेबसाइट vyapamcg.cgstate.gov.in से सीजी टीईटी पाठ्यक्रम पीडीएफ 2025 डाउनलोड कर सकते हैं। यह सिलेबस प्राथमिक (कक्षा 1–5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6–8) स्तर की परीक्षा के लिए सभी विषयों और टॉपिक्स को कवर करता है।

This Story also Contains

  1. सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26: अवलोकन
  2. सीजी टीईटी आवेदन 2025-26: परीक्षा पैटर्न (CG TET Application 2025-26: Exam Pattern in hindi)
  3. सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (कक्षा 1 से 5 तक)- सिलेबस विवरण
  4. सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (कक्षा 6 से 8 तक)- सिलेबस विवरण
  5. सीजी टीईटी परीक्षा 2025-26: परीक्षा चरण
सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (CG TET Syllabus 2025-26 in hindi)- छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा सिलेबस, पैटर्न
सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26

यह सिलेबस परीक्षा में शामिल सभी विषयों और उप-विषयों की विस्तृत सूची प्रदान करता है। सीजी टीईटी परीक्षा 2025-26 की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी शुरू करने से पहले सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 और सीजी टीईटी परीक्षा पैटर्न 2025-26 का अवलोकन करना चाहिए और उसी के अनुसार अध्ययन योजना तैयार करनी चाहिए। इससे उम्मीदवार परीक्षा में आने वाले प्रत्येक सेक्शन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और प्रभावी तैयारी कर सकते हैं।

यह परीक्षा राज्य के सरकारी एवं गैर-सरकारी स्कूलों में शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए अनिवार्य पात्रता प्रमाणपत्र प्रदान करती है। CG TET 2025 के माध्यम से अभ्यर्थियों को दो स्तरों CG TET पेपर 1 (कक्षा 1 से 5) और CG TET पेपर 2 (कक्षा 6 से 8) के लिए पात्रता प्राप्त होती है। सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 और परीक्षा पैटर्न की पूरी जानकारी के लिए ये लेख विस्तार से पढ़िए।

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26: अवलोकन

सीजी टीईटी परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारी से अवगत होना चाहिए। सीजी टीईटी उम्मीदवार नीचे दी गई तालिका में रिक्ति से संबंधित सभी जानकारी देख सकते हैं।

इवेंट

विवरण

आयोजन प्राधिकरण

छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (CG Vyapam)

परीक्षा का नाम

छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET26) या सीजी टीईटी/टेट

परीक्षा के बाद क्या होगा?

शिक्षक पद पर नियुक्ति के लिए अनिवार्य पात्रता प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।

स्तर (Level)

पेपर 1 (कक्षा 1–5), पेपर 2 (कक्षा 6–8)

परीक्षा मोड

ऑफ़लाइन (OMR आधारित)

प्रमाणपत्र की वैधता

आजीवन (Lifetime Validity)

आवेदन फार्म

13 नवंबर से 8 दिसंबर 2025

परीक्षा तिथि

1 फरवरी 2026

योग्यता

12वीं/स्नातक में 50% + D.El.Ed / B.El.Ed

भर्ती के चरण

  • पेपर 1

  • पेपर 2

  • दस्तावेज़ सत्यापन

  • फाइनल रिजल्ट

आधिकारिक पोर्टल

vyapamcg.cgstate.gov.in

सीजी टीईटी आवेदन 2025-26: परीक्षा पैटर्न (CG TET Application 2025-26: Exam Pattern in hindi)

छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (CG TET) 2025-26 में सफल होने के लिए परीक्षा पैटर्न की स्पष्ट समझ होना बेहद जरूरी है। परीक्षा दो स्तरों- प्राथमिक (कक्षा 1 से 5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8) में आयोजित की जाती है, जिनके लिए प्रश्नपत्र की संरचना, विषय-वस्तु, कुल प्रश्न, अंक वितरण और परीक्षा समय अलग-अलग निर्धारित है। CG TET में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होते हैं और नकारात्मक अंकन नहीं रखा गया है, जिससे अभ्यर्थियों को अधिक आत्मविश्वास मिलता है। नीचे सारणी में CG TET के दोनों पेपरों का संपूर्ण व संयुक्त परीक्षा पैटर्न दिया गया है, जो आपकी तैयारी को दिशा देने में सहायक करेगा।

सीजी टीईटी आवेदन 2025-26: परीक्षा पैटर्न सारणी

पेपर

सेक्शन / विषय

प्रश्न

अंक

अनिवार्यता

Paper 1 (कक्षा 1–5 हेतु)

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

30

30

अनिवार्य


भाषा-1 (हिंदी)

30

30

अनिवार्य


भाषा-2 (अंग्रेजी)

30

30

अनिवार्य


गणित

30

30

अनिवार्य


पर्यावरण अध्ययन

30

30

अनिवार्य

कुल

150

150

Paper 2 (कक्षा 6–8 हेतु)

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र

30

30

अनिवार्य


भाषा-1 (हिंदी)

30

30

अनिवार्य


भाषा-2 (अंग्रेजी)

30

30

अनिवार्य


विषय आधारित सेक्शन (एक चुनें): गणित एवं विज्ञान या सामाजिक विज्ञान

60

60

अनिवार्य (एक विषय चुनना होगा)

कुल

150

150

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (कक्षा 1 से 5 तक)- सिलेबस विवरण

छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (CG TET) 2025-26 के प्रथम पेपर (कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन-पात्रता) की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए, संपूर्ण पाठ्यक्रम की जानकारी होना बहुत जरूरी होता है। नीचे सारणी में बाल विकास और शिक्षा शास्त्र, भाषा-1 (हिंदी), भाषा-2 (अंग्रेजी), गणित, और पर्यावरण अध्ययन- इन पांचों मुख्य विषयों के के लिए सभी उप-विषयों और इकाइयों को विस्तृत रूप से दिया गया है। यह विस्तृत पाठ्यक्रम आपको अपनी तैयारी को व्यवस्थित करने और प्रत्येक खंड पर उचित ध्यान केंद्रित करने में सहायता करेगा। नीचे सारणी देखें:-

विषय

उप-भाग

विषय-वस्तु/विवरण

1. बाल विकास और शिक्षा शास्त्र

बाल विकास परिचय

  • विकास की अवधारणा, विकास की अवस्थाएं (गर्भावस्था, शैशवावस्था, प्रारंभिक व उत्तर बाल्यावस्था, किशोरावस्था)।

  • शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक, संवेगात्मक विकास। विकास को प्रभावित करने वाली बातें (प्रकृति एवं पोषण, निरंतरता व अनिरंतरता, प्रारंभिक एवं परवर्ती अनुभव)।

  • बाल विकास की सामाजिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि।

  • बच्चों का अध्ययन (कुछ तरीकों से परिचय)।


विकास के पहलू

  • शारीरिक व गत्यात्मक विकास, शारीरिक नियंत्रण व समन्वयन का विकास।

  • संवेगात्मक एवं नैतिक विकास। कुछ सामान्य सिद्धांत, शरीर के अंगों के अनुपात में बदलाव, ऊँचाई व वजन की वृद्धि, शारीरिक बनावट में बदलाव, नियंत्रण का विकास (स्थूल एवं सूक्ष्म), संवेगात्मक विकास, नैतिक विकास।

  • विद्यालय एवं घर का वातावरण, मित्र/साथी समूह एवं वयस्कों के साथ संबंध, व्यक्तित्व का विकास एवं सामाजीकरण।


सीखना एवं संज्ञान का विकास

  • सीखना क्या है और बच्चे कैसे सीखते हैं? विविध धारणाओं की समीक्षा (व्यवहारवादी, संरचनावादी, सामाजिक संकल्पनाएं)।

  • संज्ञान क्या है? बच्चों की सोच पर जीन पियाजे के विचार (ज्ञान निर्माण के तरीके - स्कीमा, सम्मिलन, समायोजन, व्यवस्थापन, संतुलनीकरण)।

  • किशोरों की सोच के लक्षण, मानसिक संक्रियाएँ, शैशव अवस्था से किशोरावस्था तक सोच का विकास व उसकी कड़ियाँ (संवेदी क्रियात्मक अवस्था, पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था, मूर्त संक्रियात्मक अवस्था, औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था)।

  • पियाजे के सिद्धातों का शैक्षणिक महत्व।

  • लेव वैगोत्सकी, रचनावाद, निकट विकास क्षेत्र (ZPD), स्केफोल्डिंग, शिक्षक की भूमिका।

  • बच्चा एक समाधानकर्ता तथा वैज्ञानिक अनुसंधानकर्ता।

  • बच्चों का वैकल्पिक अवधारणाओं को सीखना।

  • सीखने की प्रक्रिया में बच्चों द्वारा की जाने वाली गलतियाँ (सीखने की प्रक्रिया का एक सार्थक पद है, इसे समझना)।

  • अभिप्रेरण और सीखना।


विशेष आवश्यकता वाले बच्चे

  • विशेष आवश्यकता वाले बच्चों से अभिप्राय, क्षति, अपंगता एवं अक्षमता, विभिन्नताओं में समानता, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के साथ कार्य।

  • ज्ञान और शिक्षाक्रम (शिक्षाक्रम की जरूरत, शिक्षाक्रम की अवधारणा, पाठ्यक्रम की अवधारणा, शिक्षाक्रम निर्माण की समस्याएं, शिक्षाक्रम के चुनाव के आधार)।

  • शिक्षा का अधिकार अधिनियम - 2009, शिक्षकों की भूमिका एवं उत्तरदायित्व, बाल अधिकार।

2. भाषा-1 (हिंदी)

वर्ण विचार

  • अक्षर, स्वर, व्यंजन, अनुस्वार एवं अनुनासिक ध्वनियाँ, लिंग, वचन आदि।

  • संधि एवं संधि विच्छेद (स्वर-संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि)।


शब्द विचार

  • शब्द रूप और शब्द रचना।

  • स्रोत के आधार पर शब्दों के वर्ग (तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी)।

  • अर्थ के आधार पर शब्द भेद (पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, अनेकार्थी शब्द)।


शब्द रचना

  • उपसर्ग, प्रत्यय, समास व समास के भेद।

  • अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द।


पद व पद-भेद, वाक्य परिचय, रचना

  • संज्ञा, संज्ञा के प्रकार, कारक चिह्न, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया।

  • वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदक्रम।

  • मुहावरे तथा लोकोक्तियां। अपठित गद्यांश।


बच्चों की भाषायी विकास की प्रक्रिया

  • भाषा विकास के चरण।

  • बच्चे स्कूल आने से पहले क्या-क्या सीख कर आते हैं।

  • बच्चे भाषा कैसे सीखते हैं।

  • स्कूल आने वाले बच्चों में भाषा सीखने की प्रक्रिया के गुण।

  • बच्चों की भाषा सीखने की क्षमता।


बच्चों में भाषायी क्षमता एवं उनका विकास

  • पढ़ना क्या है? अर्थ निकालने की प्रकिया।

  • भाषा अर्थ ग्रहण करना एवं अर्थ निर्माण।

  • भाषा सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना और इसका अंतः संबंध।


मूल्यांकन

  • भाषा में मूल्यांकन क्यों? भाषा की प्रकृति, बच्चों में भाषा क्षमता के आकलन के संभावित तरीके।

  • भाषा सीखने, लिखने व पढ़ने की प्रक्रिया में गलतियों की भूमिका।

3. भाषा-2 (अंग्रेजी)

Comprehension

Two unseen prose passages with questions on: comprehension, grammar and verbal ability/Vocabulary


Pedagogy of Language Development

  • Learning and acquisition, Principles of Language Teaching

  • Role of listening and speaking; functions of language and how children use it as a tool

  • Critical perspective on the role of grammar

  • Challenges of teaching language in a diverse classrooms, language difficulties, errors and disorders

  • Language Skills

  • Evaluating language comprehension and proficiency: speaking, listening, reading and writing

  • Teaching-learning materials

  • Remedial Teaching

4. गणित

गणित की प्रकृति

  • गणितीय विचार किस तरह विकसित होते हैं? गणित का स्वरूप।

  • गणितीय तरीके से सोचना, अमूर्तीकरण, विशिष्टीकरण और व्यापकीकरण।


गणित सीखना सिखाना व आकलन

  • सीखने का मॉडल बनाना, सीखना यानी रटना (बैंकिंग मॉडल), सीखना यानी प्रोग्रामिंग, सीखना यानी समझ का निर्माण।

  • शिक्षण की प्रचलित प्रथाएं, कक्षा में रचनावाद आकलन, अमूर्त सोच का विकास, अवधारणात्मक व प्रक्रियात्मक ज्ञान।


विषय-वस्तु

  • दशमलव प्रणाली: मीट्रिक प्रणाली, लम्बाई, क्षेत्रफल, आयतन, द्रव्यमान, समय के माप।

  • संख्याएं: पूर्ण सम, विषम, अभाज्य एवं विभाज्य संख्याएं, आरोही व अवरोही कम, स्थानीयमान।

  • साधारण भिन्न एवं दशमलव भिन्न: भिन्नों की परस्पर तुलना, इसके नियम, दशमलव भिन्न को साधारण भिन्न में बदलना।

  • संख्यात्मक व्यंजकों का समीकरण: व्यंजक का सरलीकरण, BODMAS का प्रयोग।

  • वर्गमूल: वर्गमूल निकालने की विधियां (गुणनखण्ड व भाग विधि), दशमलव वाले संख्याओं का वर्गमूल निकालना।

  • महत्तम समापवर्तक और लघुतम समापवर्त्य: महत्तम समापवर्तक और लघुतम समापवर्त्य क्या है? इससे संबंधित समस्याओं के हल हेतु सूत्र।

  • औसत: औसत निकालने की विधि।

  • प्रतिशत: प्रतिशत का अर्थ, प्रतिशत को दशमलव व दशमलव को प्रतिशत में बदलने की विधि।

  • साधारण ब्याज: साधारण ब्याज क्या है? इससे संबंधित प्रश्नों के सूत्र।

  • लाभ तथा हानि: क्रय-विक्रय मूल्य लाभ-हानि, इन्हें प्रतिशत व रूपयों में व्यक्त करना।

  • अनुपात व समानुपात के नियम: अनुपात, समानुपात साधारण नियम।

  • चाल, समय, दूरी: चाल, समय, दूरी निकालने का सूत्र।

  • ऐकिक नियम, समय, कार्य व मजदूरी।

  • क्षेत्रफल तथा परिमाण।

  • आयतन: ठोस की मापें (लम्बाई, चौड़ाई व ऊंचाई), घन, व घनाभ, आयतन।

5. पर्यावरण अध्ययन

स्वयं के पर्यावरण को समझना

  • पर्यावरण क्या है? पर्यावरण के घटक (सामाजिक, आर्थिक, प्राकृतिक, सांस्कृतिक)।

  • पर्यावरण के घटकों की अंतःक्रियाएं।

  • आज के संदर्भ में पर्यावरण के प्रमुख सरोकार। बच्चों के दृष्टिकोण से पर्यावरण की रोचकता।


पर्यावरण के बारे में बच्चों की समझ

  • बच्चे की समझ, बच्चे का दृष्टिकोण, 5 से 7 व 8 से 14 वर्ष के बच्चों की पर्यावरण के बारे में समझ कैसे पता करें।

  • बच्चा पर्यावरण के बारे में क्या-क्या जानता है? बच्चे कैसे सीखते हैं? आवाज और अनुभव सीखने में समाज और वयस्क की भूमिका।


पर्यावरण अध्ययन क्यों पढ़ाएं?

  • पर्यावरण अध्ययन पाठ्यक्रम के सरोकार।

  • अवधारणाओं का बनना।

  • प्राथमिक स्तर पर सामाजिक अध्ययन की अवधारणाएं।

  • कौशल क्या हैं? कौशलों का विकास।


पर्यावरण अध्ययन का शिक्षण शास्त्र

  • विज्ञान शिक्षण, सामाजिक अध्ययन शिक्षण।

  • कक्षा-कक्ष में शिक्षण कार्य (चित्रों को पढ़ना, बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों को समझना)।

  • दिन-रात और ऋतुओं को समझना।

  • समय नापना, नक्शे पढ़ना और समझना।


पर्यावरण अध्ययन व कक्षा-कक्ष की गतिविधियां

  • गतिविधि क्या है? प्रयोग सामग्री का संकलन।

  • कक्षा-कक्ष में गतिविधि का आयोजन और संगठन।

  • छोटे-छोटे प्रयोग-चर्चाएं, क्षेत्र भ्रमण, सर्वे, प्रोजेक्ट।

  • पुस्तकालय- सीखने के संसाधन के रूप में।

  • मूल्यांकन, अच्छा कक्षा-कक्ष।


परिवार

  • आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार।

  • सामाजिक बुराईयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी)।

  • दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।


अपने शरीर की देखभाल

  • अपने शरीर की देख-भाल, शरीर के बाह्य अंग और उनकी साफ-सफाई।

  • शरीर के आंतरिक तंत्रों की सामान्य जानकारी।

  • संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व।

  • सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमीबियोसिस, मेटाहीमोग्लोबिन, एनीमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू), उनके कारण और बचाव के उपाय।

  • टीकाकरण एवं पल्स पोलियो अभियान।


पारिस्थितिक तंत्र

  • पारिस्थितिक तंत्र की संरचना, जैविक व अजैविक घटक, खाद्य श्रृंखला व खाद्य जाल, पदार्थों का चक्रण।

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 (कक्षा 6 से 8 तक)- सिलेबस विवरण

छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (CG TET) 2025-26 के द्वितीय पेपर (कक्षा 6 से 8 तक अध्यापन-पात्रता) की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए, संपूर्ण पाठ्यक्रम की जानकारी होना बहुत जरूरी है। सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 प्रश्न पत्र में कुल 150 अंक के लिए पांच अनिवार्य विषय शामिल हैं, जिनमें से खंड 4 और 5 में से कोई एक खंड (गणित और विज्ञान या सामाजिक विज्ञान) चुनना होता है। यह पाठ्यक्रम आपको सीजी टीईटी की तैयारी करने में महत्वपूर्ण सहायता करेगा। नीचे सारणी देखें।

भाग (विषय)

इकाई

विषय-वस्तु / विवरण

1. बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र

बच्चे का विकास (उच्च प्राथमिक शाला बालक)

विकास की अवधारणा एवं उसका सीखने से संबंध, बच्चों के विकास के सिद्धान्त, वंशानुक्रम एवं वातावरण का प्रभाव, बुद्धिमत्ता के सृजन का समालोचनात्मक परिपक्ष्य, बहु आयामी बुद्धि, भाषा एवं विचार, सीखने वालों के मध्य वैयक्तिक विभिन्नता, भाषायी विभिन्नता, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म, इत्यादि पर आधारित समझने में अन्तर, सीखने हेतु मूल्यांकन व सीखने का मूल्यांकन के मध्य अन्तर, शाला आधारित मूल्यांकन एवं सतत् व समग्र मूल्यांकन, परिपेक्ष्य एवं अभ्यास।


समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों को समझना

  • वंचित व कमजोर सहित विभिन्न पृष्ठभूमि से आए सीखने वाले का शिक्षण।

  • सीखने में कठिनाई, विकलांगता आदि से संबंधित बच्चों का शिक्षण।

  • सृजनात्मक एवं विशिष्ट योग्यता वाले, सीखने वालों का शिक्षण।


सीखना एवं शिक्षाशास्त्र

  • सीखने-सिखाने के आधारभूत तरीके, बच्चों के सीखने की व्यूह रचना, सामाजिक क्रियाकलाप के रूप में सीखना, सीखने का सामाजिक परिप्रेक्ष्य।

  • बालक, समस्या समाधान करने वाला व वैज्ञानिक अनुसंधान करने वाले के रूप में।

  • संज्ञान एवं संवेग, अभिप्रेरणा व सीखना, सीखने में सहयोगी कारक (वैयक्तिक एवं पर्यावरणीय)।

2. भाषा-1 (हिंदी)

वर्ण विचार, शब्द विचार

  • अक्षर, स्वर, व्यंजन, अनुस्वार और अनुनासिक ध्वनियां, लिंग, वचन, काल, वाक्य, संधि के प्रकार, संधि-विच्छेद।

  • शब्द रूप और शब्द रचना, स्त्रोत के आधार पर शब्दों के वर्ग (तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी)।


शब्द रचना/पद व पद-भेद

अर्थ के आधार पर शब्द भेद (पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, अनेकार्थी शब्द, शब्द-युग्म), शब्द रचना (उपसर्ग, प्रत्यय, समास और उसके भेद), अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द; शब्द-शक्ति, पद व पद-भेद (संज्ञा, संज्ञा के प्रकार, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, कारक चिह्न)।


वाक्य परिचय, विराम चिह्न - प्रमुख प्रकार, रचना, मुहावरे तथा लोकोक्तियां, अपठित गद्यांश, भाषायी कौशलों का अध्यापन

  • वाक्य के अंग एवं वाक्य भेद।

  • विराम चिह्न के प्रमुख प्रकार।

  • रचना, मुहावरे तथा लोकोक्तियां।

  • अपठित गद्यांश।

  • श्रवण, वाचन, लेखन एवं पठन कौशल।

3. भाषा-2 (अंग्रेजी)

Comprehension (बोधगम्यता)

  • एक अपठित गद्य खंड (Unseen Prose Passage): बोधगम्यता, व्याकरण, मौखिक योग्यता/शब्दावली।

  • एक अपठित कविता (Unseen Poem): बोधगम्यता, मौखिक योग्यता/शब्दावली।


Pedagogy of Language Development (भाषा विकास का शिक्षा शास्त्र)

  • सीखना और अधिग्रहण,

  • भाषा शिक्षण के सिद्धांत,

  • सुनने और बोलने की भूमिका; भाषा के कार्य और बच्चे इसे उपकरण के रूप में कैसे उपयोग करते हैं,

  • व्याकरण की भूमिका पर आलोचनात्मक परिप्रेक्ष्य,

  • विविध कक्षाओं में भाषा शिक्षण की चुनौतियां,

  • भाषा कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार

  • भाषा कौशल

  • भाषा बोध और दक्षता का मूल्यांकन: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना,

  • शिक्षण-अधिगम सामग्री

  • उपचारात्मक शिक्षण

4. गणित और विज्ञान या सामाजिक विज्ञान

गणित की प्रकृति, शिक्षण-अधिगम व आकलन

  • गणितीय विचार कैसे विकसित होते हैं, गणित का स्वरूप, गणितीय तरीके से सोचना (अमूर्तीकरण, विशिष्टीकरण और व्यापकीकरण)।

  • सीखने का मॉडल (रटना/प्रोग्रामिंग/समझ का निर्माण), शिक्षण प्रथाएं, कक्षा में रचनावाद आकलन, अमूर्त सोच, अवधारणात्मक व प्रक्रियात्मक ज्ञान।


घातांक, बीजीय व्यंजक, समीकरण, श्रेढ़ियां

  • घातांक (गुणा/भाग, घातांक नियम)।

  • बीजीय व्यंजक (योग, व्यवकलन, गुणा, भाग, सर्वसमिकाएं)।

  • गुणनखण्ड (सरल बीजीय व्यंजकों के)।

  • समीकरण (सरल एकघातीय)।

  • श्रेढ़ियां (समान्तर/गुणोत्तर श्रेढ़ी, nवां पद, n पदों का योगफल)।


ब्याज, अनुपात, प्रतिशतता, समय तथा दूरी

  • ब्याज (सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज),

  • लाभ हानि

  • अनुपात एवं समानुपात (समानुपाती भागों में विभाजन)

  • प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि एवं ह्यस

  • समय तथा दूरी (चाल, औसत चाल, समय, सापेक्ष गति)


रेखा तथा कोण, समतलीय आकृतियां और क्षेत्रफल तथा आयतन

  • रेखा तथा कोण (रेखाखण्ड, सरल एवं वक्र रेखाएं, कोणों के प्रकार)

  • समतलीय आकृतियां (त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त)

  • समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल (त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुज)

  • पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन (घन, घनाभ एवं लम्बवृतीय बेलन)



  • सांख्यिकी (आंकड़ों का संग्रह/वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिह्न, स्तम्भ लेखाचित्र, आयत लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ)

  • लेखाचित्र (विभिन्न प्रकार के ग्राफ)

विज्ञान

सजीवों की संरचना व पर्यावरण

  • सजीव: लक्षण, वर्गीकरण (जलीय/स्थलीय, शाक/झाड़ी/वृक्ष/आरोही), लीनियस का वर्गीकरण, व्हिटेकर का वर्गीकरण

  • सजीवों की संरचना: कोशिका, कोशिका-विभाजन, विभिन्न अंग-तंत्र, मानव शरीर के अंग-तंत्र

  • हमारा पर्यावरण: पारिस्थितिक तंत्र की संरचना, जैविक-अजैविक घटक, खाद्य श्रृंखला, खाद्य जाल, ऊर्जा प्रवाह, पदार्थों का चक्र

  • मानव शरीर एवं स्वास्थ्य: सूक्ष्म जीव, उनसे फैलने वाले रोग, बचाव के उपाय, मानव शरीर के विभिन्न तंत्र, संक्रामक रोग, भोजन के अवयव और कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन


बल, गति, ऊर्जा एवं ऊष्मा, प्रकाश, ध्वनि एवं चुम्बक

  • बल एवं गति: बलों के प्रकार, गति के प्रकार, चाल, ऊर्जा के प्रकार, ऊर्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्रोत, ऊर्जा संरक्षण

  • ऊष्मा: उपयोग, आदान-प्रदान, ताप, गलन, क्वथन, वाष्पन, संघनन, उर्ध्वपातन, दैनिक जीवन में ऊष्मीय प्रसार, कुचालक/सुचालक, ऊष्मा की संचरण विधियां

  • प्रकाश: स्रोत, छाया, परावर्तन, समतल/गोलीय दर्पण में प्रतिबिम्ब बनना, गोलीय दर्पण/लैंसों से बनने वाले प्रतिबिम्ब, अपवर्तन संबंधी घटनाएं, लैंसों के उपयोग

  • ध्वनि: प्रकार, संचरण, अभिलक्षण, प्रतिध्वनि, शोर और शोर कम करने के उपाय

  • चुम्बक: गुणधर्म, चुम्बकीय प्रेरण, चुम्बकत्व के विभिन्न उपयोग


विद्युत एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पदार्थ की संरचना व रासायनिक पदार्थ

  • विद्युत: विद्युत सेल, दिष्ट/प्रत्यावर्ती धारा, चालक, अर्धचालक और कुचालक पदार्थ, विद्युत धारा के प्रभाव, विद्युत फ्यूज, विद्युत ऊर्जा

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व, रेशे, प्लास्टिक, डिटर्जेंट, सीमेंट आदि

  • चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्स किरण, सी.टी. स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें)

  • दूरसंचार के क्षेत्र में (फैक्स, कम्प्यूटर, इन्टरनेट, ई-मेल, वेबसाइट)

  • पदार्थ की संरचना: तत्व, यौगिक और मिश्रण, अशुद्धियों का पृथक्करण, तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना, धातुएँ एवं अधातुएं

  • रासायनिक पदार्थ: कार्बन के ऑक्साइड, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन, अम्ल, क्षार और लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र

सामाजिक विज्ञान

भारतीय समाज, भारतीय सभ्यता व संस्कृति

  • विशेषताएं, परिवार, विवाह, महिलाओं की स्थिति, तात्कालिक और सामाजिक समस्याएं (जातिवाद, क्षेत्रीयता, गरीबी, बालश्रम, शहरीकरण)

  • भारतीय इतिहास के स्रोत, सिन्धु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति


मौर्य साम्राज्य तथा गुप्त साम्राज्य, भक्ति और सूफी आन्दोलन

  • राजनैतिक इतिहास और प्रशासक, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान, गुप्त काल में सांस्कृतिक उपलब्धियां, विश्व से भारत का सांस्कृतिक संबंध

  • सामाजिक महत्व, हिन्दु-मुस्लिम सांस्कृतिक समागम



मुगल साम्राज्य और ब्रिटिश शासन

  • मुगल-राजपूत संबंध, मुगल काल में प्रशासनिक, सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक स्थितियां

  • भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 की क्रांति व उसके प्रभाव


भारतीय संविधान और व्यवस्थापिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका संरचना

  • विशेषताएं, मूल अधिकार एवं कर्त्तव्य

  • संसद (लोकसभा, राज्य सभा)

  • राष्ट्रपति व राज्यपालों की संवैधानिक स्थिति एवं शक्तियां

  • प्रधानमंत्री और मंत्रिमण्डल

  • नगरीय और स्थानीय शासन


पृथ्वी के प्रमुख घटक और भारत का अध्ययन


  • स्थलमण्डल, जलमण्डल, वायुमण्डल, जैवमण्डल

  • चट्टानों के प्रकार

  • परिवर्तनकारी शक्तियाँ (भूकम्प, ज्वालामुखी, नदियां, भूमिगत जल, हिमनद, हवाएं, समुद्री लहरें)

  • भूआकृति प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, हरित क्रांति, बहुउदेशीय योजनाएँ, उद्योग एवं मानव संसाधन


छत्तीसगढ़ का भूगोल एवं संसाधन और छत्तीसगढ़ का इतिहास एवं संस्कृति

  • भौतिक प्रदेश, मिट्टियां, जलवायु, जल स्रोत एवं जल संरक्षण, वन एवं वन्य जीव, कृषि, खनिज, ऊर्जा संसाधन, परिवहन एवं उद्योग

  • छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता आंदोलन, छत्तीसगढ़ के प्रमुख व्यक्तित्व

  • छत्तीसगढ़ की विरासत एवं संस्कृति (किले, महल, मेले, त्यौहार, लोक कलाएं, हस्त कलाएँ), पर्यटन


शैक्षणिक मुद्दे

  • सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन की अवधारणा एवं प्रकृति

  • कक्षा-कक्ष की प्रक्रिया एवं गतिविधियां

  • सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन की समस्याएं

  • प्रायोजना कार्य

  • मूल्यांकन

सीजी टीईटी परीक्षा 2025-26: परीक्षा चरण

सीजी टीईटी परीक्षा 2025-26 चयन प्रक्रिया छत्तीसगढ़ में शिक्षक बनने की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण चरण है। हालांकि CG TET एक पात्रता परीक्षा है, इसलिए इसका उद्देश्य केवल अभ्यर्थियों की अध्यापन योग्यता प्रमाणित करना है, न कि सीधे नियुक्ति देना। इस प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा में शामिल होना होता है और निर्धारित न्यूनतम पात्रता अंक प्राप्त करने पर उन्हें पात्रता प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है। परिणाम जारी होने के बाद मेरिट या स्कोर के आधार पर आगे की भर्ती प्रक्रियाएं संबंधित स्कूलों व विभागीय नियमों के अनुसार संचालित होती हैं। यह पूरी प्रक्रिया उम्मीदवारों की योग्यता, ज्ञान और अध्यापन क्षमता का आकलन करने के लिए बनाई गई है।

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26: परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

  • सबसे पहले आधिकारिक सिलेबस पढ़ें: CG Vyapam द्वारा जारी किए गए नवीनतम CG TET Syllabus 2025-26 को ध्यान से पढ़ें और सभी विषयों के टॉपिक्स की लिस्ट बनाएं।

  • परीक्षा पैटर्न को समझें: दोनों पेपर (पेपर 1 और पेपर 2) में कुल प्रश्न, अंक, और प्रत्येक सेक्शन को अच्छे से समझे। इससे आपकी तैयारी सही दिशा में चलती है।

  • अध्ययन योजना (Study Plan) बनाएं: प्रत्येक विषय को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटकर दिन/सप्ताह के अनुसार टाइम-टेबल तैयार करें। कठिन विषयों को अधिक समय दें।

  • NCERT किताबों का अध्ययन करें: कक्षा 1–8 की एनसीईआरटी किताबें CG TET के लिए सबसे उपयोगी हैं, खासकर भाषा, गणित, और सामाजिक विज्ञान के लिए।

  • Concept-Based Study करें: केवल रटने के बजाय बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (CDP) जैसे विषयों के सिद्धांत, Child Psychology और Teaching Methodology को समझकर पढ़ें।

  • पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें: पुराने पेपर और मॉडल पेपर हल करने से प्रश्नों की शैली, कठिनाई स्तर और महत्वपूर्ण टॉपिक्स की बेहतर समझ मिलती है।

  • Mock Test दें: OMR आधारित मॉक टेस्ट देकर समय प्रबंधन, गति और सटीकता को विकसित करें। इससे लेखन एवं प्रश्न चयन कौशल बेहतर होता है।

  • भाषा कौशल पर ध्यान दें: भाषा-1 (हिंदी) और भाषा-2 (अंग्रेज़ी) में व्याकरण, शब्दावली, अपठित गद्यांश व कविता का नियमित अभ्यास करें।

  • Revision को प्राथमिकता दें: नियमित रूप से नोट्स बनाएं और परीक्षा से पहले सभी विषयों का पुनरावलोकन करें। अभ्यास ही आपकी तैयारी को अंतिम रूप देते हैं।

Frequently Asked Questions (FAQs)

Q: सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 की तैयारी के लिए कौन-सी किताबें उपयोगी हैं?
A:

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की कक्षा 1–8 की किताबें और टीईटी आधारित गाइड उपयोगी हो सकती है।

Q: सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 में बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र किस पेपर में आता है?
A:

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 में बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र दोनों पेपरों में अनिवार्य रूप से शामिल है।

Q: क्या सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 में नकारात्मक अंकन है?
A:

नहीं, सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 के अनुसार परीक्षा में कोई नकारात्मक अंकन नहीं है।

Q: सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 में कितने पेपर शामिल होते हैं?
A:

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 में दो पेपर- पेपर 1 और पेपर 2 शामिल होते हैं।

Q: सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 कहां से डाउनलोड किया जा सकता है?
A:

सीजी टीईटी सिलेबस 2025-26 व्यावसायिक परीक्षा मंडल की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।

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