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रीट सिलेबस 2025 लेवल 1 (REET syllabus level 1 in hindi)- राजस्थान शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा रीट 2025 के लिए रीट सिलेबस 2025 (REET Syllabus 2025 in hindi) आधिकारिक रीट वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। रीट सिलेबस (REET Syllabus in hindi) में दो पेपर - पेपर 1 और पेपर 2 होते हैं। रीट सिलेबस 2025 (REET Syllabus in hindi) का पेपर 1 जिसे लेवल 1 भी कहते हैं, उसे प्राथमिक चरण कक्षा 1 से 5 के लिए और रीट पेपर 2 /लेवल 2 माध्यमिक चरण कक्षा 6-8 के लिए डिज़ाइन किया जाता है। रीट 2025 पाठ्यक्रम (REET 2025 Syllabus in hindi) में उन सभी विषयों, वर्गों आदि का उल्लेख होगा जो आरईईटी 2025 परीक्षा में पूछे जाएंगे। यहां हमने रीट लेवल 1 के लिए रीट सिलेबस लेवल 1 की विस्तृ जानकारी दी है।
रीट एग्जाम पैटर्न 2025 लेवल 1 और 2 देखें
रीट लेवल-1 में बहु विकल्पीय प्रश्न होंगे जो कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं वर्तमान में प्रचलित सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होंगे। प्रश्नों का कठिनाई स्तर कक्षा 10 तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET in hindi) में शामिल होने वाले उम्मीदवार नीचे रीट लेवल 1 का लेटेस्ट एग्जाम पैटर्न और रीट सिलेबस देख सकते हैं।
बीते वर्ष रीट 2024 से, आरईईटी लेवल 1 में कुछ बदलाव किए गए जिसे इस लेख में नीचे विस्तार से बताया गया है। इस लेख में, हमने आरईईटी परीक्षा के लिए रीट 2025 सिलेबस लेवल 1 (REET 2025 Syllabus level 1 in hindi) से संबंधित सभी विवरण साझा किए हैं।
रीट 2025 के नए सिलेबस में लेवल वन (पेपर 1) में कुछ नए टॉपिक शामिल किए गए हैं। पेपर 1 में राजस्थान की समसामयिक बाल कल्याणकारी शैक्षिक योजनाएं टॉपिक नया जुड़ा है। हिंदी भाषा 1 व 2 में राजस्थानी भाषा एवं बोली का सामान्य परिचय शामिल किया गया है। उर्दू में भी एक नया टॉपिक जोड़ा गया है। गणित विषय में वैदिक गणित का टॉपिक शामिल हुआ है। पर्यावरण अध्ययन में राजस्थान का सामान्य ज्ञान भी पूछा जाएगा।
रीट सिलेबस में लेवल 2 में भी लेवल 1 की तरह ही टॉपिक शामिल किए गए हैं। रीट 2025 सिलेबस लेवल टू में भी कई टॉपिक्स में बदलाव किए गए हैं। इसमें बाल विकास एवं शिक्षण विधियां खंड में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के टॉपिक शामिल किए गए हैं। इसमें बाल विकास, देखभाल एवं शिक्षा, बुनियादी शिक्षा, शिक्षण शास्त्र, समावेशी शिक्षा और स्कूल शिक्षा के लिए मानक निर्धारण एवं प्रत्यापन जैसे नए टॉपिक बढ़ाए गए हैं।
रीट पाठ्यक्रम 2025 के अनुसार, पेपर I और पेपर II के लिए बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के प्रश्न क्रमशः 6-11 वर्ष और 11-14 वर्ष के आयु समूहों पर लागू शिक्षण और सीखने के शैक्षिक मनोविज्ञान पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इस श्रेणी में प्राथमिक और प्रारंभिक चरण शामिल हैं।
कक्षा 1 से 5 तक के लिए आयोजित पात्रता परीक्षा रीट लेवल-1 में राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं वर्तमान में प्रचलित सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों के आधार पर बहु विकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रश्नों का कठिनाई स्तर कक्षा 10 तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।
बाल विकास : वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध
व्यक्तित्व : संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन। बुद्धि : संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
विविध अधिगमकर्ताओं की समझ पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित-वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका व्यक्तिगत विभिन्नताएँ अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
अधिगम में आने वाली कठिनाइयों
समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका
अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना।
अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ ।
अधिगम की प्रक्रिया, चिन्तन, कल्पना एवं तर्क
अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ ।
आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण, सीखने के प्रतिफल
शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व ।
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :
पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि । उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास । संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय ।
अपठित गद्यांश। दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना ।
वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध
मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।
भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण उपागम, भाषा दक्षता विकास।
भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण ।
एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः
शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि समास-सर्वनाम-विशेषण-अव्ययेषु प्रश्नाः-
एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित - बिन्दुसम्बन्धिनः प्रश्नाः-
रेखांकितपदेषुक्रियापद-चयन-वचन-लकार-लिंग-सन्धि-समास-विशेष्य-विशेषणज्ञान- विलोमशब्द-प्रश्नाः ।
लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः (लट्-लङ्-लृट्-विधिलिलकारेषु)
संख्याज्ञान-माहेश्वर सूत्र-सम्बन्धिनः प्रश्नाः-
संस्कृतानुवादः, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः ।
(i) संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः । (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः ।
संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्) संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्नाः, मौखिक लिखितप्रश्नानां प्रकार-सततमूल्यांकनम् उपचारात्मकशिक्षणम् ।
Unseen Prose Passage -
Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution
Unseen Prose Passage
Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison
Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching
Development of Language Skills, Teaching Learning Materials:
Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.
एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :
युग्म शब्द, वाक्याशों के लिए एक शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय।
संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, लिंग, वचन, काल, शब्द शुद्धि, ।
एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :-
भाव सौंदर्य
विचार सौंदर्य
नाद सौंदर्य
शिल्प सौंदर्य
जीवन दृष्टि
वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदबंध।
मुहावरे, लोकोक्तियाँ, कारक चिह्न, अव्यय, विराम चिह्न।
भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषायी दक्षता का विकास ।
भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) शिक्षण अधिगम सामग्री-पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।
Unseen Prose Passage
Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences
Unseen Poem
Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme
Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases Literary Terms Elegy, Sonnet, Short Story, Drama
Basic knowledge of English Sounds and symbols.
Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English (role of home language, multilingualism).
Methods of Evaluation, Remedial Teaching
एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएं, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ - जोड़, बाकी, गुणा, भाग; भारतीय मुद्रा।
ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज ।
समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार। लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।
गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकडो का प्रबंधन ।
भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्नें, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्नें, असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएं, अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक ।
औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण।
एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराइयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम।
वस्त्र एवं आवास, जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती स्थानो की स्वच्छता, आवास निर्माण सामग्री।
व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु एवं कुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।
हमारी सभ्यता, संस्कृति- राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एव त्यौहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतियां एवं गौरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोकदेवता ।
परिवहन और संचार
अपने शरीर की देख-भाल, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व, सामान्य रोग और उनके कारण और बचाव के उपाय, पल्स पोलियो अभियान।
सजीव जगत
हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष- सौर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री।
पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना- पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धान्त, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्तर्सम्बन्ध।
पर्यावरणीय शिक्षा शास्त्र
आरईईटी परीक्षा को लेकर राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (आरईईटी) 2025 परीक्षा पैटर्न में बदलाव (Changes in REET 2025 exam pattern in hindi) किया गया है। इस बार आरईईटी परीक्षा में नया ओएमआर नियम (New OMR rule in REET Exam in hindi) लागू होगा। प्रश्नपत्र में 4 के बजाय 5 विकल्प दिए जाएंगे। यदि उम्मीदवार को किसी सवाल का जवाब नहीं आता और वह पांचवां विकल्प भी नहीं भरता है तो एक तिहाई अंक की निगेटिव मार्किंग की जाएगी यानी सवाल का जवाब नहीं देने पर भी नंबर काटे जाएंगे। इसके अलावा 10% से अधिक सवालों में विकल्प खाली छोड़ने पर उम्मीदवार को अयोग्य करार दिया जा सकता है।
रीट 2025 के सिलेबस को जानने के साथ-साथ उम्मीदवारों को परीक्षा पैटर्न के बारे में भी जानना चाहिए। परीक्षा पैटर्न में अनुभाग, पूछे गए प्रश्नों की संख्या, अंक और रीट 2025 की समय अवधि शामिल है। निम्नलिखित तालिकाओं से, उम्मीदवार दोनों पेपरों के लिए आरईईटी 2025 के परीक्षा पैटर्न की जांच कर सकते हैं।
रीट कटऑफ 2025 देखें
खंड- 1 | बाल विकास एवं शिक्षण विधियां | 30 बहु विकल्प प्रश्न | 30 अंक |
खंड- 2 | भाषा-1 - हिन्दी/अंग्रेजी / संस्कृत/उर्दू /सिन्धी/पंजाबी / गुजराती (भाषा-1 का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। इस भाग में वही भाषा होगी जो शिक्षण माध्यम 'Medium of Instruction' की भाषा है। जिसका चयन ऑन-लाइन आवेदन में अंकित किया है।) | 30 बहु विकल्प प्रश्न | 30 अंक |
खंड-3 | भाषा-II हिन्दी/ अंग्रेजी / संस्कृत/उर्दू /सिन्धी / पंजाबी / गुजराती (भाषा-II का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। जिसका चयन ऑन-लाइन आवेदन में अंकित किया है। किन्तु यह भाषा 1 के रूप में चयनित भाषा से | 30 बहु विकल्प प्रश्न | 30 अंक |
खंड 4 | गणित | 30 बहु विकल्प प्रश्न | 30 अंक |
खंड 5 | पर्यावरण अध्ययन | 30 बहु विकल्प प्रश्न | 30 अंक |
रीट एडमिट कार्ड 2025 कब जारी होगा?
रीट लेवल 1 में बाल विकास एवं शिक्षण विधियां प्रश्न पत्र में 6 से 11 वर्ष तक की आयु के बच्चों के पठन एवं पाठन के स्तर से सम्बन्धित शैक्षणिक मनोविज्ञान, विद्यार्थियों के विविध मानसिक स्तर, उनकी आवश्यकता, उनसे अन्तर्किया तथा अच्छे शिक्षक के गुण एवं विशेषता आदि के बारे में समझ को परखने वाले प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं भाषा-1 के प्रश्न पत्र में आवेदन भरते समय अंकित भाषा से सम्बन्धित निपुणता की जांच हेतु प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसे उसने आवेदन पत्र में दर्शाया है।
भाषा-II का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। इस प्रश्न पत्र में भाषा-II की सामान्य समझ, सम्प्रेषण तथा उसकी बोधन क्षमता की परख से संबंधी प्रश्न होंगे। रीट लेवल1 गणित तथा पर्यावरण अध्ययन में संकल्पना, समस्या निवारण क्षमता तथा विषय के अध्यापन कौशल से सम्बन्धित प्रश्न होंगे। भाषा विषयों को छोड़कर सभी विषयों के प्रश्न-पत्र की भाषा हिन्दी एवं अंग्रेजी दोनों में होगी। उम्मीदवार अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा भाषा माध्यम का चयन कर सकते हैं।
रीट 2025 की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को इस तरह से तैयारी करनी चाहिए कि वे आसानी से परीक्षा में सफलता हासिल कर सकें। रीट 2025 में तगड़ी प्रतिस्पर्धा रहती है क्योंकि बहुत से उम्मीदवार परीक्षा में हिस्सा लेते हैं। नीचे इसकी तैयारी से जुड़ी कुछ टिप्स दी जा रही है जिनसे उम्मीदवारों को लाभ मिलेगा-
विषयों, टॉपिकों और अनुभागों की जांच के लिए रीट 2025 के नवीनतम परीक्षा पैटर्न और रीट पाठ्यक्रम (reet 2025 syllabus in hindi) की सहायता लें।
कमजोर और सशक्त टॉपिक को ध्यान में रखकर अध्ययन योजना बनाएं। कमजोर खंडों पर अधिक ध्यान दें और उन पर काम करें।
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों और सैंपल पेपर हल करें। इससे परीक्षा में समय प्रबंधन और सटीकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
तैयारी का स्तर जानने के लिए मॉक टेस्ट और टेस्ट सीरीज़ दें।
सूत्रों के संक्षिप्त नोट्स तैयार करें, शीघ्र दोहराने के लिए उन्हें अपने पास रखें।
स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ, खासकर जब परीक्षा निकट हो।
रीट 2025 का विस्तृत पाठ्यक्रम (reet 2025 syllabus in hindi) आधिकारिक अधिसूचना में जारी किया जाएगा। उम्मीदवार आरईईटी 2025 पाठ्यक्रम में शामिल विषयों को देख सकते हैं।
रीट परीक्षा में दो पेपर होते हैं। जिसे लेवल 1 और लेवल 2 के नाम से भी जाना जाता है।
आरईईटी/आरटीईटी राजस्थान राज्य में प्राथमिक और प्रारंभिक शिक्षण नौकरियों के लिए उम्मीदवारों की पात्रता की जांच करने के लिए आयोजित की जाती है।
रीट पाठ्यक्रम 2025 (REET Syllabus in hindi) में दो पेपर - 1 और 2 होते हैं। रीट सिलेबस 2025 (REET Syllabus in hindi) का पेपर 1 जिसे लेवल 1 भी कहते हैं, उसे प्राथमिक चरण कक्षा I-V के लिए डिज़ाइन किया गया है जबकि पेपर 2 (लेवल 2) माध्यमिक चरण कक्षा VI-VIII के लिए डिज़ाइन किया गया है। रीट 2025 के नए सिलेबस में लेवल टू में भी कई टॉपिक्स में बदलाव किए गए हैं। इसमें बाल विकास एवं शिक्षण विधियां खंड में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के टॉपिक शामिल किए गए हैं।
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