यूपीपीएससी पीसीएस 2019 टॉपर युगांतर त्रिपाठी - "उम्मीद का साथ कभी न छोड़ें, लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें"
यूपीपीएससी पीसीएस 2019 टॉपर इंटरव्यू - मेरे लिए शिक्षा सबसे अधिक अहमियत रखने वाला पहलू है। यदि किसी जिले की शिक्षा सही दिशा में अग्रसर है तो जिला अपने आप विकास करेगा। यूपीपीएससी पीसीएस 2019 टॉपर (एआईआर- 2) युगांतर त्रिपाठी कहते हैं कि एसडीएम के तौर पर मेरा मेरा पहला और सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य होगा बेहतर शिक्षा प्रदान करना। प्रयागराज के इस युवा इंजीनियर के पास पहले सरकारी नौकरी थी लेकिन प्रशासनिक सेवाओं के क्षेत्र में काम करने के लिए ये दृढ़ संकल्पित रहे और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लगातार कड़ी मेहनत करते हुए यूपी पीएससी परीक्षा में सफलता पाने के जरिये उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया। अपनी तैयारी की रणनीति पर चर्चा के दौरना यूपीपीएससी पीसीएस टॉपर युगांतर त्रिपाठी ने माना है कि ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में अभी तेजी आनी है और ऑफलाइन अध्ययन करने में उन्होंने खुद को अधिक सहज पाया। युगांतर से उनकी तैयारी की रणनीति के विभिन्न पहलुओं और उन्होंने परीक्षा कैसे क्रैक की इसके बारे में बात की गई, तो इन पहलुओं के बारे में जानने के लिए यूपीपीएससी पीसीएस टॉपर युगांतर त्रिपाठी (UPPSC PCS Toper Yugantar Tripathi) का पूरा इंटरव्यू पढ़ें।

कॅरियर्स360: हमें अपने बारे में कुछ बताएं; आपकी शैक्षणिक और पारिवारिक पृष्ठभूमि?
युगांतर त्रिपाठी: मेरे माता-पिता और दो भाई हैं। मेरे पिता एक सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी हैं और माँ एक गृहिणी हैं। मेरा बड़े भाई, अंशुमान एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जबकि दूसरे भाई भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक है। मैंने 2004 में 10वीं कक्षा, 2006 में 12वीं पास की और 2011 में मैंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया। बीटेक पूरा होने पर मैंने गेट और अन्य इंजीनियरिंग परीक्षाओं के लिए तैयारी की और राजस्थान राज्य बिजली बोर्ड में इंजीनियर के रूप में चयनित हुआ। मैंने थोड़े दिनों बाद इस्तीफा दे दिया और 2017 से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। मैं यूपीएससी प्रीलिम्स, मेन्स के लिए उपस्थित हुआ और उनमें सफल रहा, लेकिन इंटरव्यू क्वालिफाई नहीं कर पाया।
कॅरियर्स360: यूपीएससी या यूपीपीएससी पीसीएस? अगर आपको मौका मिले तो आप किसे चुनेंगे?
युगांतर त्रिपाठी: यूपीएससी पर मेरा ध्यान रहेगा और एक बार मैं इसे क्वालिफाई कर लेता हूं तो मैं यूपीएससी में ही जाऊंगा, इसमें कोई संशय नहीं है।
कॅरियर्स360: आपकी समग्र रैंक और श्रेणी रैंक क्या रही और आपने मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में कितने अंक प्राप्त किए हैं। (प्रत्येक विषय में कितने अंक मिले)
युगांतर त्रिपाठी: यूपी पीएससी में ओवरऑल रैंक एआईआर 2 मिली है। यूपीपीएससी द्वारा बाद में अंकों का ब्योरा और कट ऑफ जारी किया जाएगा।
कॅरियर्स360: यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा देने के लिए आपको किसने और कैसे प्रेरित किया? कृपया विस्तार से बताएं।
युगांतर त्रिपाठी: शुरू से ही प्रशासनिक सेवा में मेरी रुचि थी। मेरे भाई अच्छे संगठनों में काम कर रहे थे वे सभी मुझे प्रेरित करते थे। उन्होंने मुझसे कहा कि यदि तुम्हारे पास समय और संसाधन हो तो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए।
कॅरियर्स360: प्रिलिम्स और मेन्स परीक्षा के लिए आपने किन विकल्पों को चुना और इनकी तैयारी कैसे की?
युगांतर त्रिपाठी: यूपी पीएससी 2019 परीक्षा के लिए मैंने वैकल्पिक विषय के रूप में इतिहास का चुनाव किया।
कॅरियर्स360: आपके द्वारा चुने गए विषय और जीएस की तैयारी के लिए सबसे अच्छी किताबें और अध्ययन सामग्री कौन सी लगीं?
युगांतर त्रिपाठी: वे सभी जो यूपी पीएससी और इस तरह की अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनको इन किताबों से मदद मिलेगी। यूपीपीएससी पीसीएस वैकल्पिक विषय के लिए मैंने इन पुस्तकों की मदद ली–
किताब | लेखक |
प्राचीन इतिहास | उपेंद्र सिंह |
मध्यकालीन इतिहास | एपी शर्मा |
आधुनिक इतिहास | स्पेक्ट्रम |
प्लासी से विभाजन तक | शेखर बंदोपाध्याय |
वर्ल्ड हिस्ट्री | नॉर्मन लॉवे |
पूरक सामग्री | इग्नू के नोट्स |
सामान्य विज्ञान | विजन/इनसाइट्स की मासिक पत्रिका |
अतिरिक्त अध्ययन सामग्री | विजन पोर्टल, योजना, वर्ल्ड फोकस और हिंदू अखबार |
कॅरियर्स360: क्या आपने किसी कोचिंग की मदद ली? यदि हाँ- तो कहाँ से? कैसे मदद मिली? क्या आपको लगता है कि कोई व्यक्ति स्वाध्यय से परीक्षा में सफल हो सकता है?
युगांतर त्रिपाठी: मैंने सेल्फ स्टडी की और यूपी पीएससी 2019 परीक्षा के लिए कोई कोचिंग नहीं ली। मेरा मानना है कि सही रणनीति और एकाग्र होकर सेल्फ स्टडी द्वारा परीक्षा में सफल हुआ जा सकता है।
कॅरियर्स360: आपने अपनी तैयारी कब शुरू की? आपने परीक्षा की तैयारी कैसे की क्योंकि सिलेबस बहुत बड़ा है? प्रति दिन आपने कितने घंटे अध्ययन किया?
युगांतर त्रिपाठी: 2017 के मध्य से मैंने खुद को पूरी तरह सिविल सेवा की तैयारी के लिए समर्पित कर दिया। अध्ययन योजना के तहत मैं प्रतिदिन 9-10 घंटे अध्ययन करता था। मैंने मेन्स और प्रिलिम्स परीक्षा पर समान रूप से ध्यान केंद्रित किया।
कॅरियर्स360: आपके मजबूत और कमजोर विषय कौन-कौन से थे? समय का विभाजित कैसे किया और तैयारी के प्रबंधन की क्या नीति थी?
युगांतर त्रिपाठी: अर्थशास्त्र में मैं कमजोर था क्योंकि यह वर्तमान घटनाओं पर आधारित था। मैंने वर्तमान के पहलुओं का अधिक अध्ययन करने पर जोर दिया ताकि मैं बिना किसी कठिनाई के प्रश्नों के जवाब दे सकूं। इतिहास और सामान्य अध्ययन पर मेरी पकड़ अच्छी थी।
कॅरियर्स360: आप पहले से ही कहीं काम कर रहे थे या कॉलेज खत्म करने तुरंत बाद तैयारी शुरू कर दी?
युगांतर त्रिपाठी: मैंने कुछ समय तक राजस्थान राज्य विद्युत बोर्ड में इंजीनियर के रूप में सेवाएं दी थी फिर पूरा ध्यान सिविल सेवाओं पर केंद्रित करने के लिए इस पद से इस्तीफा दे दिया।
कॅरियर्स360: कौन से टॉपिक हर किसी के लिए महत्वपूर्ण होते हैं?
युगांतर त्रिपाठी: वैकल्पिक विषय के दृष्टिकोण से इतिहास से कम टॉपर होते हैं क्योंकि यह बहुत बड़ा विषय है। इसलिए छात्रों को सब कुछ न पढ़कर समाज में महिलाओं की स्थिति, श्रम की स्थिति और कृषि जैसे परीक्षा की दृष्टि से जरूरी टॉपिक्स को पढ़ना चाहिए। जेनेरिक प्रश्नों पर ध्यान दें। जीएस सेक्शन में अधिक जेनरिक प्रश्न हैं जैसे "पाश्चात्य शिक्षा का भारत पर क्या असर पड़ा?" महिला, एससी/एसटी, दलित, नवजागरण, राष्ट्रवाद आदि से जुड़े प्रश्न। इन खंडो पर अधिक जोर दें।
कॅरियर्स360: यूपीपीएससी पीसीएस देते समय क्या दृष्टिकोण होना चाहिए? - पहले कौन सा खंड करना चाहिए और फिर किस खंड को?
युगांतर त्रिपाठी: यूपीपीएससी पीसीएस प्रश्न पत्र का उत्तर देने के दो तरीके हैं, पहला- अगर किसी उम्मीदवार ने अच्छी तरह से पढ़ाई की है तो वे किसी भी प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। पहले प्रश्न से शुरू करते हुए आखिरी प्रश्न की ओर बढ़ सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपने किसी विशेष खंड का अच्छी तरह से अध्ययन नहीं किया है, तो पहले उन प्रश्नों का उत्तर दें, जिनके बारे में आप पूरी तरह आश्वस्त हों।
कॅरियर्स360: यूपीपीएससी पीसीएस की तैयारी का सबसे कठिन पहलू क्या था?
युगांतर त्रिपाठी: अर्थशास्त्र मेरे लिए थोड़ा मुश्किल था।
कॅरियर्स360: कुछ ऐसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स बारे में बताएं, जो आपको लगता है कि यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा के लिए किसी भी छात्र को पढ़ने चाहिए?
युगांतर त्रिपाठी: स्थाई सामान्य ज्ञान (स्टेटिक), जनरल अवेयरनेस और तथ्य आधारित टॉपिक्स को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए।
कॅरियर्स360: आपको मॉक इंटरव्यू और टेस्ट सीरीज की भूमिका कितनी अहम लगती है और क्यों? क्या आपने मॉक इंटरव्यू लिया था?
युगांतर त्रिपाठी: टेस्ट सीरीज के अपने फायदे हैं। यूपीएससी परीक्षा के लिए मॉक इंटरव्यू महत्वपूर्ण हैं, लेकिन मैंने यूपीपीएससी के लिए मॉक इंटरव्यू नहीं दिया। मैं कहूंगा कि टेस्ट सीरीज़ पर जोर देने से तैयारी के स्तर का आकलन करने में मदद मिलती है और आप कई तरह के सवालों और टॉपिक पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। हमेशा सोल्यूशन का अध्ययन करें क्योंकि वे बहुत सी जानकारी समेटे होते हैं।
कॅरियर्स360: आपने आराम के लिए क्या किया? कोई विशिष्ट गतिविधि जिससे आपको सहज होने में मदद मिली हो?
युगांतर त्रिपाठी: मैं दिल्ली के ऐसे इलाके में रहता था जहां मुझ जैसे बहुत छात्र रहते थे, इसलिए मैं दोस्तों से बात किया करता था, पुस्तकालय जाता था और पढ़ता था। हम दोस्तों के साथ सैर पर जाते, साथ में चाय की चुस्की लेते, कमरे पर वापस आते, थकावट महसूस करते तो कुछ गाने सुनते, बस यही दैनिक गतिविधि थी।
कॅरियर्स360: लॉकडाउन का समय आपके लिए कैसा रहा? क्या यह आपकी तैयारी के लिए अच्छी थी या इससे इसमें बाधा आई?
युगांतर त्रिपाठी: लॉकडाउन ने वास्तव में मेरी पढ़ाई को अस्त-व्यस्त कर दिया, मैं कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं दे पा रहा था। हालाँकि, सेल्फ स्टडी अच्छी थी लेकिन मेरी यूपीएससी की तैयारी में बाधा आ रही थी क्योंकि मैं सामान्य रूप से टेस्ट सीरीज़ देने का इच्छुक था, इसका लाभ मैं लॉकडाउन के कारण नहीं ले पा रहा था।
कॅरियर्स360: यूपीपीएससी पीसीएस परीक्षा के लिए अध्ययन का सबसे अच्छा तरीका ऑनलाइन है या ऑफलाइन?
युगांतर त्रिपाठी: अध्ययन सबसे अच्छा तरीका ऑफलाइन है, जब आपके पास प्रिंट और भौतिक रूप में किताबें और अध्ययन सामग्री होती हैं तो आप अच्छी तरह से पढ़ सकते हैं और अधिक ध्यान केंद्रित रख सकते हैं। बचपन से हमारी शिक्षा ऑफलाइन मोड में हुई है। हम स्वाभाविक रूप से ऑफलाइन संस्करण के लिए बने हैं। डिजिटल संस्करण नया है और हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनने में अभी इसे समय लगेगा।
कॅरियर्स360: आपकी भविष्य की योजनाएं क्या हैं और आप अपने कार्यस्थल (पोस्टिंग के क्षेत्र) में क्या बदलाव लाने का प्रयास करेंगे क्योंकि आप नीति निर्माण और अनुशासनात्मक गतिविधियों से सक्रिय रूप से जुड़े होंगे?
युगांतर त्रिपाठी: यह सब पोस्टिंग मिलने के बाद वहां की स्थिति पर निर्भर करेगा। मैं अभी कुछ नहीं कह सकता। चूंकि एसडीएम सशक्त पद है, मेरा ध्यान प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने, शिक्षकों की उपस्थिति को बेहतर करने पर होगा। यदि किसी जिले की शिक्षा सही दिशा में अग्रसर है, तो जिला अपने आप विकास करेगा। मेरे लिए शिक्षा सबसे अधिक अहमियत रखने वाला पहलू है। बेहतर शिक्षा सुनिश्चित करना मेरा पहला और सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य होगा। दूसरा, मेरा ध्यान गरीब लोगों, वरिष्ठ नागरिकों पर रहेगा, क्योंकि ये समाज के कमजोर वर्ग हैं और पेंशन से जुड़ी समस्याएं, अनियमित राशन वितरण आदि अक्षम्य गलतियां हैं और मेरा ध्यान इन व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित बनाने पर होगा।
कॅरियर्स360: पोस्टिंग की आपकी पसंदीदा जगह कौन सी होगी?
युगांतर त्रिपाठी: यूपीपीएससी का अधिकार क्षेत्र पूरा उत्तर प्रदेश है इसमें आपकी पोस्टिंग यूपी में कहीं भी की जा सकती है जबकि यूपीएससी में आपको कैडर आवंटित किया जाता है। मेरी पसंदीदा पोस्टिंग तो मेरे गृह जिले इलाहाबाद की होगी। चूंकि गृहनगर आवंटित नहीं किया जाता ऐसे में मैं पड़ोसी जिलों जैसे कौशाम्बी, प्रतापगढ़, भदोही, बनारस, लखनऊ या पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तैनात किया जाना पसंद करूंगा।
कॅरियर्स360: क्या साक्षात्कार में कोई परिस्थिति आधारित प्रश्न थे?
युगांतर त्रिपाठी: तथ्य आधारित साक्षात्कार रहा। चूंकि मैं साक्षात्कार देने वाला अंतिम उम्मीदवार था तो मेरा नंबर आते-आते पैनल के सदस्य थक चुके थे पैनल के प्रश्न तथ्य आधारित थे, परिस्थिति आधारित न होकर यूपीपीएससी पीसीएस पाठ्यक्रम आधारित अधिक थे।
कॅरियर्स360: भावी उम्मीदवारों को आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
युगांतर त्रिपाठी: समर्पण और लगन की जरूरत होगी। उम्मीद का साथ न छोड़ें, यदि आपका कोई लक्ष्य है तो इस पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित रखें।